आ स. संवाददाता
कानपुर। रविवार की सुबह डिप्टी पड़ाव स्थित मंदिर में महापौर प्रमिला पांडेय ने पूजा की। इस दौरान भारी पुलिस फोर्स तैनात रही। बंद मंदिरों को खुलवाने का मेयर प्रमिला पांडेय का अभियान जारी है। रविवार सुबह मेयर डिप्टी पड़ाव स्थित बंद मंदिरों को खुलवाने पहुंची। 2 कंपनी पीएसी और 5 थानों की फोर्स इस दौरान उनके साथ रही। मेयर तंग गलियों से होते हुए मंदिर के बाहर तक पहुंचीं। उन्होने वहां देखा कि मंदिर के आसपास कब्जा किया गया था। इसके बाद मंदिर के अंदर गईं और पूजा अर्चना की। यहां मंदिर को बचाने के लिए एक हिंदू परिवार ने ही चारों तरफ घर बनाकर मंदिर को कवर कर लिया है।
भारी पुलिस फोर्स के साथ महापौर अंदर दाखिल हुई तो मंदिर पूरी तरह सुरक्षित मिला। पूरा परिवार मिलकर मंदिर को सुरक्षित रखे हुए है। आसपास मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है। मंदिर के अंदर सभी देवी-देवता सुरक्षित मिले और हिंदू परिवार मंदिर का रोजाना पूजन-अर्चन करता है। महापौर ने कहा कि अवैध निर्माण किया गया है। इसे तोड़ा जाएगा।
मंदिर की देखरेख करने वाले आदर्श तिवारी ने बताया कि मंदिर करीब 100 साल पुराना है। ये पूरा मुस्लिम एरिया है। मंदिर की रक्षा करने के लिए आसपास दुकान और मकान बनाया है। ये नहीं बनाते तो मंदिर भी न बचता। मंदिर का गुंबद भी पूरी तरह सुरक्षित है। मंदिर का स्थान पूरी तरह बचाकर रखा गया है।
मंदिर के चारों तरफ अवैध अतिक्रमण किया गया है। लोगों का कहना है कि मंदिर आने-जाने के लिए पहले बड़ा रास्ता हुआ करता था। लेकिन अब मंदिर के आगे मात्र 5 फीट चौड़ा संकरा रास्ता ही बचा है। आगे बड़ी मार्केट का निर्माण कर दिया गया है।
डिप्टी पड़ाव स्थित मंदिर पर पहुंची मेयर ने कहा कि यहां पर भी पूरा कब्जा है। जब सभी मंदिरों को तुड़वाकर ठीक कराएंगे तो उसमें ये मंदिर भी शामिल है। फोटो करवाकर अधिकारियों को बता दिया है। जो अवैध हैं वो हटेंगे। अगर खुद ही कब्जा छोड़ दिया तो ठीक है नहीं तो हमें गिराना पड़ेगा।
मेयर प्रमिला पांडेय ने कहा कि बंद पड़े मंदिरो को लेकर रोज एक घंटे अभियान चलेगा। मेरा ये कहना है किसी भी धर्म का कोई मंदिर हो, अगर वो छोड़ गए तो उसे वैसा ही रहने दें ताकि आने वाली पीढ़ी को आगे न जूझना पड़े।
मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में महापौर ने सर्वे कराकर 124 मंदिरों को चिह्नित किया है। इनमें वो मंदिर शामिल हैं, जिन पर अन्य धर्मों के लोगों ने कब्जा कर लिया है। महापौर लगातार बंद मंदिरों में पहुंच रही हैं और साफ-सफाई कराकर उन्हें खुलवा रही हैं।