February 5, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
  केस्को में भ्रष्टाचार और चोरी को खत्म करने के लिए केस्को कर्मी भी राडार पर हैं। इन पर नजर रखने के लिए केस्को ने अपने 150 से अधिक ऑफिस, मुख्यालय, यार्ड, सबस्टेशन और स्टोर तक में सीसीटीवी लगाने का फैसला लिया है। केस्को प्रबंधन ने 1800 कैमरे लगाए जा रहे हैं। इन कैमरों से चप्पे-चप्पे की निगरानी की जाएगी।
केस्को के ऑफिसों में दलालों पर नजर रखने और अभियंताओं और कर्मचारियों के कामकाज की निगरानी केस्को मुख्यालय से हो रही है। केस्को में लागू हुई नई फेसलेस व्यवस्था में बनाई गईं पांच हेल्पडेस्क का हर कोना भी कैमरों की नजर से केस्को प्रबंधन अपने सिविल लाइंस मुख्यालय से देख रहा है।
केस्को के  शहर में 150 से अधिक ऑफिसों और लोकेशनों पर यह 1800 कैमरे लगाए जा रहे हैं। दरअसल, बीते दिनों संभल समेत प्रदेश में कई जगह से बिजली विभाग के कर्मचारियों से अभद्रता की शिकायतें आई हैं। इन मामलों से सबक लेते हुए केस्को ने कैमरों का जाल बिछा दिया है।
केस्को ने मुख्य रूप से इतनी बड़ी संख्या में यह कैमरे सिस्टम को पारदर्शी बनाने के लिए लगवाए हैं। केस्को सबस्टेशनों और ऑफिसों में आने वाले दलालों पर, अभियंताओं और कर्मचारियों से बदसलूकी करने वालों पर और कर्मचारियों और अभियंताओं के कामकाज पर नजर रखने के लिए भी कैमरे लगाए गए हैं।
केस्को के 93 सबस्टेशनों समेत परेड बिजलीघर, परेड और विकास नगर स्टोर रूम, स्काडा कंट्रोल रूम, दहेली सुजानपुर, केशवपुरम, दादानगर, दबौली और फूलबाग हेल्प डेस्क, हेल्पलाइन कॉल सेंटर समेत सभी कैश कलेक्शन काउंटरों पर कैमरे लगाए गए हैं।
उत्तर प्रदेश पॉवर कार्पोरेशन का यूपी में कानपुर पहला शहर है, जहां फेसलेस सिस्टम लागू किया गया है। मतलब किसी काम के लिए किसी अधिकारी, अभियंता या दलाल से मिलने की जरूरत नहीं है। 
केस्को एमडी सैमुअल पॉल एन के मुताबिक, केस्को  अपने तंत्र में पारदर्शिता लाने के लिए पिछले पांच महीने के भीतर 1800 कैमरों को केस्को के प्रतिष्ठानों में लगवा रहा है। इससे  हर पल निगरानी होगी।