February 5, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। सीसामऊ क्षेत्र में एक चौका देने वाली घटना सामने आई है।  एक दलित छात्रा ने दस साल पहले साथ पढ़ने वाले छात्र पर रेप करने का आरोप लगाया। इतना ही नहीं इस दौरान वो गर्भवती हुई तो ब्लैकमेल कर उसका गर्भपात भी कराया गया। 

सीसामऊ पुलिस के मुताबिक घटना पुरानी है। इसके बाद युवती और युवक ने शादी भी कर ली थी। फिर ससुराल वालों ने युवती को घर से निकाल दिया। जिसके बाद डीसीपी के यहां पेश होकर पीड़िता ने एफआईआर दर्ज कराई है। इस मामले में जांच कर जो तथ्य आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
जरीब चौकी के एक इलाके में रहने वाली पीड़िता के मुताबिक दस साल पहले वो जब स्कूल में पढ़ती थी तब उसकी क्लास में सैनिक पार्क निवासी अनुराग यादव भी पढ़ता था। पीड़िता ने आरोप लगाया कि उस दौरान अनुराग ने अपनी चिकनी चुपड़ी बातों में उसे फंसा लिया। उसने अपनी झूठी बीमारी का बहाना बनाकर पीड़िता को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। पीड़िता का फोन नम्बर लेने के बाद उससे बात करने लगा। इसके बाद उसे अपने घर बुलाया। वहां पर कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे पिला दिया। इसके बाद उसके साथ रेप की घटना को अंजाम दिया। पीड़िता के मुताबिक जब वो अगले दिन उठी तो निर्वस्त्र थी, तो उसने अनुराग से पूछा तो उसने कहा कि मैं तुमसे प्यार करता हूं और तुम्हारे साथ रहना चाहता हूं।
पीड़िता के मुताबिक जब वो गर्भवती हो गई तो उसने यह बात अनुराग को बताई तो उसने बच्चा गिराने के लिए कहा। पीड़िता ने मना कर दिया कि वो मर जाएगी मगर बच्चा नहीं गिराएगी। उसकी मां की तरफ से बच्चा गिराने का दबाव बनाया गया। तब जब वो नहीं मानी तो उसे धमकी दी गई कि बच्चा नहीं गिराया तो परिवार को जान से मार देंगे। इसके बाद रनिया के पास एक अस्पताल में उसका गर्भपात करा दिया गया। 

इसके बाद कुछ वक्त तक अनुराग और उसके परिवार ने पीड़िता के साथ सही व्यवहार किया। पीड़िता जब अनुराग के घर में रहने लगी तो उसने उससे ऑनलाइन और नकद पैसा वसूलना शुरू कर दिया। जब पीड़िता ने शादी के लिए कहा तो परिवार के लोगों ने जातिसूचक शब्द कहने के साथ पीड़िता को जान से मारने की धमकी दी। तब पीड़िता ने अनुराग से कहा कि तुमने मेरा शारीरिक शोषण किया है। अगर शादी नहीं की तो मैं आत्महत्या कर लूंगी। इसके बाद 22 जून 2024 को आर्य समाज मेस्टन रोड में अनुराग ने पीड़िता से शादी कर ली। 7 जुलाई 2024 को पीड़िता फिर से गर्भवती हो गई। तब भी उसे जबरन गर्भपात की दवा खिला दी गई।
एसओ सीसामऊ हिमांशु चौधरी के मुताबिक घटना बहुत पुरानी है। दोनों पहले लिवइन में रह रहे थे, फिर शादी कर ली। ससुराल वालों ने जब पीड़िता को घर से अलग किया तो वह डीसीपी के सामने पेश हो गई। उनके आदेश पर एफआईआऱ दर्ज की गई है। मामले में जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।