आ स. संवाददाता
कानपुर। एसीपी मोहसिन खान के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज होने के साथ ही उसकी दिक्कतें और बढ़ गई है। हालांकि अधिकारियों ने इस मुकदमे को लेकर तय किया है कि दूसरे मुकदमे की विवेचना भी एसआईटी को सौंप दी जाए। इस पूरे प्रकरण में डीजीपी ने भी रिपोर्ट मांगी है।
फिर भी मामले में वरिष्ठ अधिकारी एक बार फिर से सारी स्थितियों को रिव्यू करने के बाद यह तय करेंगे कि दोनों विवेचनाएं अलग रखी जाए या एसआईटी से ही करा ली जाए। इधर कल्याणपुर थाने में दर्ज दूसरे मुकदमे में पुलिस एसीपी को नोटिस देकर बयान दर्ज कराने की तैयारी कर रही है।
एसीपी मोहसिन खान पर आईआईटी छात्रा द्वारा दर्ज कराई गई यौन उत्पीड़न की रिपोर्ट के बाद एसआईटी का गठन हुआ था। हाल में एसआईटी की पर्यवेक्षण अधिकारी डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा का तबादला कासगंज हुआ है। मुख्य विवेचक अर्चना सिंह छुट्टी पर चल रही हैं। उसके बाद मंगलवार की देर रात पीड़िता ने एसीपी मोहसिन खान के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज करा दी। इसमें उनके एडवोकेट गौरव दीक्षित को भी आरोपी बनाया गया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक दूसरे मुकदमे की विवेचना चाहे अलग हो और चाहे एसआईटी ही करे दोनों ही सूरतों में पीड़िता के बयान दर्ज किए जाएंगे। इसके अलावा एसीपी मोहसिन खान और एडवोकेट गौरव दीक्षित को भी नोटिस देकर बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया जाएगा।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक दूसरी एफआईआर में छात्रा ने वीडियो लिंक सबूत के तौर पर दिए हैं। दोनों लिंक को पुलिस फोरेंसिक टीम के जरिए स्टडी करेगी और यह देखेगी कि किस आईपी एड्रेस से वीडियो अपलोड की गई थी। पहला वीडियो पोस्ट करने की टाइमिंग और उसे किसने और कहां से पोस्ट किया है इसके बारे में जानकारी जुटाएगी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक एसीपी मोहसिन खान और छात्रा के बीच चल रहे मामले में अब तक हुई जांच को लेकर डीजीपी ने भी रिपोर्ट मांग ली है। सूत्र बताते हैं कि केस में विवेचना का स्तर क्या है और कैसे सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं इस पर डीजीपी का फोकस है।