February 5, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। आईआईटी छात्रा से बलात्कार के मामले में एसीपी मोहसिन खान घिर चुके हैं। एसआईटी जांच में एक और खुलासा हुआ है, सामने आया 28 नवंबर को पहली बार आईआईटी छात्रा ने एसीपी की पत्नी का इंस्टा अकाउंट सर्च किया था।
27 नवंबर को एसीपी मोहसिन की पत्नी को बच्चा हुआ था। वह अस्पताल में एडमिट थी। इसके अगले दिन 28 नवंबर को एसीपी आईआईटी कैंपस में छात्रा के घर पहुंचा। वहां वह करीब 4 से 5 घंटे रहा। इस दौरान छात्रा को महसूस हुआ कि आज उसका व्यवहार बदला हुआ है। उसके सीयूजी और प्राइवेट नंबर पर भी लगातार फोन आ रहे थे। आम तौर पर एसीपी छात्रा के सामने ही बात करता था। मगर उस दिन वह बहुत ओपन होकर जवाब नहीं दे रहा था। एक कमरे से दूसरे कमरे में मूवमेंट कर रहा था। छात्रा ने जो बातें सुनीं, उसमें बच्चे का जिक्र भी था। उस दिन एसीपी अपनी शादीशुदा जिंदगी के पन्ने छात्रा के सामने पलटने से बचा नहीं पा रहा था। छात्रा ने कई सवाल पूछे, मगर एसीपी खामोश रहा। उस दिन वह जल्दी चला गया।
इसके बाद आईआईटी छात्रा ने मोहसिन से जुड़े सोशल अकाउंट को खंगाला। सर्च करते हुए वह मोहसिन की पत्नी के अकाउंट तक पहुंच गई। छात्रा ने पोस्ट जांची, तो सामने आया कि 27 नवंबर को मोहसिन पिता बना है। उनकी पत्नी ने अपने अकाउंट पर बच्चे के साथ मोहसिन की तस्वीर भी पोस्ट की थी। यहां से छात्रा को महसूस हुआ कि उसके साथ धोखा हो रहा है। यह शख्स एक ही टाइम पर दो जिंदगी और दो परिवार हैंडल करने की कोशिश कर रहा है।
आईआईटी छात्रा सिर्फ सोशल मीडिया की जानकारी पर कोई फैसला नहीं लेना चाहती थी। इसलिए वह कैंपस से निकलकर इंस्टाग्राम पोस्ट की जानकारियों के आधार पर मोहसिन के घर तक पहुंची। पहली बार उसको पता चला कि जिस पत्नी से मोहसिन तलाक लेने की बात कहता था। वह उसके साथ ही अपना परिवार आगे बढ़ा रहा है। परिवार के बारे में आस-पास पूछताछ करने पर एक खुशहाल तस्वीर भी छात्रा के सामने खिंच गई। यानी मोहसिन जिस तरह से अपनी पत्नी पर परेशान करने के आरोप लगा रहा था, वह भी सच साबित नहीं हुए। इसके बाद छात्रा ने पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया और मोहसिन के खिलाफ केस दर्ज करा दिया।
इस प्रकरण में पीड़िता ने पुलिस अधिकारियों से दोबारा संपर्क साधा है। एसीपी मोहसिन खान और उसके साथियों पर सोशल मीडिया के जरिए उसे डीफेम करने का आरोप भी लगाया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वरिष्ठ अधिकारियों ने फैसला लिया है कि इस मामले में एक और एफआईआर दर्ज कराई जाए। इस मामले में पुलिस पीड़िता से दूसरी तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज करने की तैयारी में है। 
हाईकोर्ट से अरेस्टिंग स्टे मिलने के बाद एसीपी मोहसिन पैरवी के लिए कई बड़े वकील और कानूनी जानकारों के भी सम्पर्क में है। उनसे केस की बारीकियों को समझकर उसी अनुसार केस की पैरवी को आगे बढ़ा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, आधा दर्जन से ज्यादा कानून के जानकार केस की बारीकियों पर चर्चा कर रहे हैं।
रिसर्च स्कॉलर छात्रा के एफआईआर दर्ज कराने के बाद एसआईटी ने कई बार एसीपी से पूछताछ करने का प्रयास किया। मगर वो एसआईटी के सामने ही नहीं आया। पिछले से 3-4 दिनों से एसीपी ने अपने वकील से भी सम्पर्क नहीं किया है।