—विधायक नसीम सोलंकी की भी महापौर ने नहीं सुनी।
आ स. संवाददाता
कानपुर। सीसामऊ नाले में गिरकर बच्ची की मौत के बाद शुक्रवार को नगर निगम का बुलडोजर नाले पर बने अवैध निर्माणों पर गरजा। नाले के ऊपर बड़ी संख्या में लोगों ने अवैध तरीक से घर बना लिए है।
इस दौरान लोगों को मोहलत दिलाने के लिए सपा विधायक नसीम सोलंकी भी पहुंची। लेकिन महापौर प्रमिला पांडेय ने उनकी एक भी बात सुनने से इंकार कर दिया।
शुक्रवार सुबह अतिक्रमण अभियान लेकर नगर निगम के प्रवर्तन दस्ते के साथ ही भारी संख्या में पुलिस फोर्स भी तैनात किया गया था । अतिक्रमण अभियान को महापौर लीड कर रही थी ।
सीसामऊ नाला करीब 20 फीट चौड़ा है। इसको ढकने के लिए बड़ी-बड़ी स्लैब डाली गई है। इसके ऊपर ही लोगों ने अवैध तरीके से स्थाई और अस्थाई अतिक्रमण कर लिया है।
इसी नाले के ऊपर बने अवैध घर में रहने वाली एक छोटी बच्ची नाले में गिर गई थी। जिसके बाद उसकी डूबने से मौत हो गई थी। इसके बाद नगर निगम ने लोगों को खुद ही अवैध अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी थी। शुक्रवार को वहाँ महापौर दल-बल के साथ पहुंचीं और लोगों को चेतावनी देते हुए घर खाली कराने की अनाउंसमेंट की।
इस चेतावनी देने के करीब 1 घंटे बाद नगर निगम के बुलडोजर ने अवैध निर्माणों को तोड़ना शुरू कर दिया। आनन-फानन हुई कार्रवाई में लोगों ने घरों से सामना निकाला और सड़क पर ही रख दिया।
अवैध निर्माण तोड़ने की सूचना पर सपा विधायक नसीम सोलंकी भी मौके पर पहुंची। नसीम सोलंकी को महापौर ने प्रणाम किया और कहा कि बेटा आप यहां से चले जाइये। यहां आपके रहने से माहौल खराब हो सकता है। नसीम सोलंकी ने महापौर से एक हफ्ते का समय मांगा, लेकिन महापौर ने कहा कि मैं 1 सेकेंड का समय भी नहीं दूंगी।
जब नसीम ने कहा कि इन लोगों के छोटे-छोटे बच्चे हैं। महापौर ने कहा कि बच्चा आपका हो या मेरा, अगर वो मरता है तो जिम्मेदारी हम सभी की है। महापौर ने नसीम से कहा कि बेटा आप यहां से चले जाओ। आप यहां रहोगी तो माहौल खराब हो सकता है। मैं किसी का घर तोड़ दूं और किसी का घर छोड़ दूं, तो आप मुझसे आकर शिकायत करना।