आ स. संवाददाता
कानपुर। नगर सहित पूरा यूपी शीतलहर की चपेट में है। प्रदेश में अयोध्या लगातार 5वें दिन सबसे ठंडा रहा। सोमवार को यहां का न्यूनतम पारा 3.5 डिग्री दर्ज किया गया। 27 जिलों का तापमान 6 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया है।
पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सुबह से कोहरा छाया हुआ है। मुरादाबाद में विजिबिलिटी 50 मीटर रही। धुंध के चलते सुबह 7 बजे ट्रेनें लाइट जलाकर गुजरीं। आज 16 दिसंबर के बाद से गलन और बढ़ेगी।
कानपुर में 13 साल बाद न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले 2011 में 15 दिसंबर को न्यूनतम पारा 4.7 डिग्री दर्ज हुआ था। कल न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री था।
प्रदेश में न्यूनतम तापमान में 24 घंटे में 6 डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, अधिकतम तापमान में 3 डिग्री की गिरावट आई। उरई में अधिकतम तापमान 26.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। ये अभी तक 29 डिग्री पर बना हुआ था। प्रदेश में 27 जिलों का तापमान 6 डिग्री से नीचे आ गया है। इनमें बिजनौर, रायबरेली, कानपुर, मुजफ्फरनगर, शाहजहांपुर और सुल्तानपुर में तापमान 5 डिग्री से कम दर्ज किया गया।
पाकिस्तान के मध्य एक नया पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है। यह धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। जैसे ही यह गुजर जाएगा तब बेहद तेज बर्फीली हवाएं चलेंगी। पूरा प्रदेश 16 दिसंबर के बाद से फिर सर्द लहर की चपेट में आ जाएगा। नया विक्षोभ गुजरते ही स्थितियां फिर प्रतिकूल हो जाएंगी। इसके बाद गलन भरी सर्दी बढ़ेगी।
प्रदेश में अधिकतम तापमान 25 डिग्री रहा। यह सामान्य से 2.4 डिग्री सेल्सियस कम रहा। न्यूनतम तापमान 7 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक, तापमान अधिक होने की वजह हल्के बादल और धुंध है। फिर भी बढ़ी सर्दी की वजह तेज बर्फीली हवाएं और अधिकतम व न्यूनतम पारे का अंतर कम होना है।
मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि तापमान न गिरने की वजह से कुछ समय के लिए हल्के बादल आए, लेकिन सर्दी में कोई कमी नहीं हुई और न ही आगे ऐसी कोई उम्मीद है। फिलहाल तेज सर्द हवाएं चलती रहेंगी। अगले 24 से 48 घंटों में कोहरा घना होने लगेगा। विजिबिलिटी 50 से 200 मीटर के बीच रहेगी। यह विजिबिलिटी आगे और घटेगी।
हालांकि तेज बर्फीली हवाएं चलती रहीं। 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं। दिन में हवा की रफ्तार बेहद तेज थी, जिसने सर्दी बढ़ा दी। तेज धूप भी खिली लेकिन वह बर्फीली हवा के सामने बेअसर रही।
लोगों को सर्दी से बचाव के लिए ब्लोअर और अलाव की मदद लेनी पड़ी। सीजन में सर्वाधिक तेज हवाए चलीं। हवा की औसत गति 8 किमी प्रति घंटा तक रही।