December 12, 2024

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
नगर के बिरहाना रोड के दो सर्राफा कारोबारियों का डेढ़ करोड़ का सोना लेकर फरार होने वाले मानस हेत की पत्नी उससे भी ज्यादा चालाक निकली। कानपुर में पुलिस के हाथ जो सीसीटीवी फुटेज लगा है उसमें आरोपी कारीगर की पत्नी सामान लेकर उसके साथ जाती दिख रही है। उसके बावजूद जब मंगलवार को पुलिस ने बंगाल में पत्नी से पूछताछ की, तो कारीगर की पत्नी ने साफ कहा कि उसे कुछ नहीं मालूम। वो सिर्फ पुलिस की मदद कर रही है।
कानपुर में सर्राफा कारोबारी गौरव पाल और शेख सरफराज अली का डेढ़ करोड़ का सोना लेकर कारीगर मानस हेत परिवार समेत फरार हो गया था। इस मामले में शेख सरफराज अली ने फीलखाना थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस की एक टीम पश्चिम बंगाल रवाना हो गई थी। सर्राफा कारोबारी गौरव पाल पहले से वहां पर मौजूद थे। वो पुलिस के साथ मानस हेत के घर दबिश मारने पहुंचे मगर वो वहां से पहले ही निकल चुका था।
गौरव पाल के मुताबिक वो पुलिस टीम के साथ गांव मुजलिसपुर पश्चिम बंगाल पहुंचे। वहां मानस की ससुराल है जहां पर उसकी पत्नी लक्ष्मी लोखी मिली। पुलिस ने लक्ष्मी से पूछताछ की तो उसने बताया कि मानस के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है। मानस उसे मायके छोड़कर चला गया था।
पुलिस के थोड़ा दबाव बनाने पर लक्ष्मी ने आसपास के एक दर्जन लॉज पुलिस को दिखवाए। पुलिस ने जब पूछताछ की तो लक्ष्मी ने कहा कि वो सिर्फ पुलिस की मदद कर रही है, उसका इस घटना से कोई लेना देना नहीं। लक्ष्मी ने यह भी बताया कि मानस ने अचानक घर आकर कहा था कि गांव चलना है और हम लोग निकल आए।
गौरव पाल ने बताया कि मुजलिसपुर गांव पूरी तरह से मानस हेत की मदद कर रहा है। पुलिस ने वहां पर दो संदिग्धों को उठाया तो गांव वालों ने लोकल पुलिस की मदद ली। लोकल पुलिस ने साफ कहा कि संदिग्धों के खिलाफ कोई सबूत न होने के कारण उन्हें चौबीस घंटे से ज्यादा नहीं रोका जा सकता है। लिहाजा पुलिस को उन्हें छोड़ना पड़ा।
मंगलवार को सर्राफा कारोबारी गौरव पाल वापस कानपुर लौट आए। उन्होंने बताया कि वहां पर पुलिस और गांव के लोग कोई मदद नहीं कर रहे हैं। जो फोन कारीगर के पास था, वह भी स्विच ऑफ है। पुलिस आरोपियों को तलाशने का प्रयास कर रही है, मगर कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।