आ स. संवाददाता
कानपुर। फर्रुखाबाद से रेस्क्यू करके एक तेंदुआ कानपुर चिड़ियाघर लाया गया है। रेस्क्यू करने गए चिड़ियाघर के चिकित्सक डॉ. नासिर ने बताया तेंदुआ झाड़ी में छिपकर बैठा था। जेसीबी से उस पर दो डार्ट दागीं गई, तब जाकर उसे पकड़ा जा सका। तेंदुए की अनुमानित उम्र आठ वर्ष है।
तेंदुए के सिर और पीठ पर सूजन है। उसके पंजे पर गहरी चोट है। ऊपर और नीचे के दांत भी टूटे हुए हैं। जंगल में शिकार न कर पाने की वजह से वह आबादी में आ गया था।
कानपुर के चिड़ियाघर में इसका इलाज किया जाएगा। फिलहाल तेंदुए को चिड़ियाघर स्थित अस्पताल में 15 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया गया है।
इससे पहले पिछले 26 नवंबर को लखीमपुर खीरी से भी एक आदमखोर बाघ को कानपुर चिड़ियाघर के अस्पताल में लाया गया था। लेकिन महज तीन दिन बाद ही 29 नवंबर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।