February 5, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
बिरहाना रोड के ज्वेलरी शो रूम मालिकों से  1.5 करोड़ का सोना लेकर भागने वाले कारीगर मानस हेत ने सराफा कारोबारी गौरव पाल की मां को नींद की दवा खिलाकर घटना को अंजाम दिया था। 

आरोपी को तलाशने के लिए सराफा कारोबारी के साथ फीलखाना पुलिस की एक टीम पश्चिम बंगाल पहुंची । पुलिस ने आरोपी मानस हेत के यहां छापेमारी की। पुलिस के आने की जानकारी उसे पहले से पता चल गई और आरोपी मौके से फरार हो गया।
फीलखाना क्षेत्र में अजय ज्वैलर्स दुकान के मालिक गौरव पाल ने बताया कि 18 साल से मानस हेत अपने परिवार के साथ उनके पुराने घर में मां के साथ रह रहा था। गौरव अपने परिवार के साथ दूसरे घर में रहते हैं। गौरव पाल ने बताया कि मानस हेत के परिवार में पत्नी के अलावा 14 साल की बेटी और 7 साल का बेटा है। इसके अलावा कई बार कुछ और भी रिश्तेदार वहां आते जाते थे।
गौरव पाल बताते हैं कि उनके यहां मानस का चाचा प्रभास कुल्हे पिछले चालिस सालों से काम कर रहा था। वर्तमान में वह बहुत वृद्ध हो गया है, और चल फिर नही पाता। गौरव के मुताबिक प्रभास के जरिए ही मानस हेत सम्पर्क में आया था। गौरव कहते हैं यह पूरा कारोबार विश्वास पर चलता है। किसके जहन में क्या चल रहा है। इसके बारे में पता लगाना नमुमकिन है।
गौरव पाल के मुताबिक कारीगर एक दुकान के साथ काम करके अपना परिवार नहीं पाल सकता। उसके लिए कुछ और लोगों के साथ काम करना जरूरी होता। इसी तरह मानस हेत भी तीन-चार सराफा कारोबारियों के लिए काम करता था। 
गौरव पाल के मुताबिक उनका ससुराल भी कोलकाता में है। उनका वहां आना जाना रहता है और जितनी बार वो कोलकाता जाते थे उतनी बार मानस हेत के घर भी जाते थे। मानस हेत के पूरे परिवार से वो परिचित हैं। गौरव के मुताबिक मानस मिदनापुर दासपुर पश्चिम बंगाल का रहने वाला है मगर पुलिस को पता मिला है मजलिसपुर गांव सागरपुर पश्चिम बंगाल का। गौरव के मुताबिक यह उसकी ससुराल का पता है।
गौरव पाल बताते हैं कि कानपुर से गई पुलिस टीम और उन्होंने मिलकर मानस के ससुराल में छापा मारा मगर वो लोग पहुंचते उससे पहले आरोपी को सूचना मिल गई और वो मौके से फरार हो गया।
घर से सामान बांधकर निकलते मानस हेत का एक सीसी टीवी फुटेज पुलिस के हाथ लगा है। जिसमें वो सामान बांधकर अपने लोगों के साथ निकलकर तेजी से चलते हुए जा रहा है।
कानपुर महानगर सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पुलिस बड़ी घटनाओं का खुलासा नही कर पाती। इससे पूर्व सम्पत राव लवाटे को आज तक पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है।