कानपुर। जेल में बंद चर्चित पत्रकार के खिलाफ चल रही जाँच में पुलिस को उसके खिलाफ अनेकों मामले मिले है जिनमें उसने वसूली करने के लिए पत्रकारिता का फायदा उठाते हुए लोंगो से अवैध धन उगाही की।
पुलिस ने कमलेश फाइटर की हिस्ट्रीशीट खोल दी है। वसूलीबाज कमलेश के खिलाफ ब्लैकमेलिंग करके वसूली करने के ढेरों मुकदमें दर्ज हैं। एक के बाद एक वशूली और धमकाने के कई मामले दर्ज होने के बाद नजीराबाद थाने से कमलेश को जेल भेजा गया था। पुलिस के द्वारा अब उसकी हिस्ट्रीशीट खोली गई है। कमलेश के सिंडीकेट पर गैंगस्टर लगाकर पुलिस अब उसके साथियो की भी गिरफ्तारी की कार्रवाई करेगी।
उक्त वसूली सिंडीकेट चलाने वाले पत्रकार के बारे में डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि कमलेश पत्रकारिता की आड़ में पूरे शहर में वसूली का सिंडीकेट चला रहा था। वह निर्माणाधीन बिल्डिंगों से वसूली करता था। कमलेश के खिलाफ स्कूल संचालक ने वसूली और रंगदारी की रिपोर्ट दर्ज कराइ थी जिसमें नजीराबाद थाने की पुलिस ने 2 सितंबर को कमलेश फाइटर और उसके साले सूरज दोनों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था।पुलिस द्वारा कमलेश का गैंग चार्ट तैयार किया जा रहा है। यह गैंगचार्ट तैयार होते ही उसके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई होगी।
इस सिंडीकेट चला रहें पत्रकार कमलेश फाइटर व उसके गैंग पर अलग-अलग थानाक्षेत्रों में वसूली और रंगदारी के एक के बाद एक कई मामले दर्ज हुए थे। इन मुकदमो के दर्ज होने से पहले ही उसके खिलाफ नगर के ग्वालटोली, कोतवाली, चमनगंज, नजीराबाद, काकादेव, में अनेकों आपराधिक मामले दर्ज थे।
कमलेश के बारे में नजीराबाद थाना प्रभारी अमान सिंह ने बताया कि कमलेश फाइटर कानपुर में वसूली का सिंडीकेट चल रहा था। उसने पूरे शहर में अपने आदमियों को लगा रखा था। जो निर्माणाधीन बिल्डिंगों की उसे सूचना देते थे। वह मानक के विपरीत बन रही बिल्डिंगों को सीज कराने या कार्रवाई कराने की धमकी देकर मोटी वसूली करता था। संयुक्त पुलिस आयुक्त हरीश चंदर ने बताया कि नगर के वसूलीबाजों के खिलाफ चल रहे व्यापक अभियान में कमलेश के खिलाफ ताबड़तोड़ शिकायतें मिली थीं।जिसकी जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जेल भेजा गया था। कमलेश के पूरे गैंग की हिस्ट्रीशीट खोली जा रही है।