— पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ जनपदों में बारिश की संभावना।
कानपुर। विगत सात वर्षों की भांति इस वर्ष भी मानसून उत्तर प्रदेश से देर से वापस हो रहा है। इसके लिए इन दिनों परिस्थितियां पूर्णतया अनुकूल हैं और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लगभग मानसून वापसी की ओर है। वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश से भी अगले 24 घंटों के अंतराल में मानसून विदा ले सकता है। मानसून वापसी से पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ जनपदों में बारिश की भी संभावना है। चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून की वापसी रेखा अक्षांश 30.8 उत्तर, देशांतर 81.2 डिग्री पूर्व, लखीमपुर खीरी, शिवपुरी, कोटा, उदयपुर, दीसा, सुरेंद्रनगर, जूनागढ़, अक्षांश 21 डिग्री उत्तर और अक्षांश 70 डिग्री पूर्व से होकर गुजर रही है। अगले 24 घंटे के दौरान पश्चिम उत्तर प्रदेश के बचे हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ और हिस्सों, पूर्वी राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में अभी मानसून बना हुआ है और चंदौली, जौनपुर, आजमगढ़, अंबेडकर नगर, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, मऊ, सुल्तानपुर, अयोध्या और बस्ती में मेघ गर्जन के साथ बारिश की संभावना है। इस दौरान तेज हवाओं के साथ मेघ गर्जन व आकाशीय बिजली भी चमक सकती है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून के इस सीजन की यह अंतिम बारिश होगी। इसके बाद उत्तर प्रदेश में जो भी बारिश होगी वह पश्चिमी विक्षोभों की सक्रियता के चलते होने के आसार हैं।उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 35.4 और न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 86 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 62 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रही जिनकी औसत गति 3.2 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार आगामी पांच दिनों में हल्के बादल छाये रहने के आसार है किंतु वर्षा की कोई संभावना नहीं है।