सुदखोरो से दो लाख और निजी बैंक से 1.30 लाख ले रखा था ऋण।
कानपुर। मजदूरी करके जिंदगी काट रहे इंसान ने मज़बूरी के चलते उधार पैसा लिया तो ऋण देने वालो ने उसे इतना ज्यादा परेशान कर दिया कि उसे अपनी जान देने के सिवा कोई दूसरा रास्ता ही नहीं बचा। महाराजपुर थाना क्षेत्र के सिकठिया गांव में कर्ज से परेशान एक युवक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी । सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
महाराजपुर के सिकठिया गांव निवासी सब्दीख (45) मजदूरी करते थे। मृतक के परिवार में पत्नी रन्नो, छह बेटे और दो बेटियां हैं। रन्नो ने बताया कि पति सब्दीख ने गांव में कई सूदखोरों से दो लाख रुपए और एक निजी बैंक के समूह से 1.30 लाख रुपए ऋण ले रखा था। सुदखोर उसे आए दिन अपने धन की वसूली के परेशान करते थे।बैंक समूह के लोग भी ऋण की किस्त 2500 रुपए वसूलने के लिए आए दिन ही घर आते थे। इससे परेशान होकर सब्दीख ने कमरे में जाकर कुंडी के सहारे रस्सी से फंदा लगाकर जीवन समाप्त कर लिया। परिजनों की सूचना पर महाराजपुर थाना पुलिस ने फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। इसके बाद शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
महाराजपुर थाना प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार पांडेय ने बताया कि प्रथम दृष्टया युवक की खुदकुशी करने की बात समाने आ रही है। पुलिस पूरे मामले की जांच-पड़ताल में जुटी हुई है। परिजनों की तहरीर व पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।