एक ही दिन में तीन लूटों को अंजाम दे दहशत फैलाने वाला लुटेरा गिरफ्तार
कानपुर। शहर के दक्षिण इलाके में एक घंटे के भीतर ताबड़तोड़ महिलाओं के साथ चेन स्नेचिंग कर पुलिस को चुनौती देने वाला शातिर चेन लुटेरा आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ ही गया। नगर के दक्षिण में एक घंटे के भीतर दरोगा की पत्नी समेत दो महिलाओं और पुरुष से चेन लूट करके दहशत फैलाने वाले शातिर लुटेरे से पुलिस की मुठभेड़ के दौरान पकडने में कामयाबी पायी। पुलिस ने शातिर लुटेरे सत्येन्द्र यादव के पैर में गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया। गुजैनी के पिपौरी में पुलिस टीम ने घेराबंदी की तो शातिर ने पुलिस पर सीधे फायर कर दिया । इसके बाद पुलिस ने दौड़ाया तो वो कीचड़ में फिसलकर गिरा और पुलिस ने उसके पैर में गोली मारकर अरेस्ट कर लिया।डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि बीते रविवार साउथ जोन में एक घंटे में तीन लूट की वारदातों से दहशत फैल गई थी। चालीस दुकान मार्केट के पास प्रिंटिंग प्रेस संचालक सत्य प्रकाश यादव की पत्नी अनामिका की डाक्टर के यहां से लौटते वक्त सेन्ट्रल पार्क में बाइक सवार लुटेरे ने चेन लूट ली थी। इसके आधे घंटे बाद नौबस्ता हंसपुरम आवास विकास कालोनी निवासी पूर्व प्रधान राधेश्याम मिश्र की पत्नी साधना मिश्रा से लूट हो गई थी।सेन पश्चिम पारा के न्यू आजादनगर चौकी क्षेत्र के गंगापुर कालोनी में रंग फैक्टरी के पास दरोगा वीके पाण्डेय की पत्नी सुधा के साथ चेन लूट की घटना हुई थी।पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए शातिर लुटेरे की शिनाख्त सत्येन्द्र यादव के रूप में कर ली थी, उसकी अरेस्टिंग के लिए अलग-अलग टीमों को लगाया गया था। गुरुवार रात को पुलिस ने शातिर लुटेरे की घेराबंदी गुजैनी थाना क्षेत्र के पिपौरी में की और उसे रोकने का प्रयास किया तो सत्येंद्र ने सीधे पुलिस पर फायर कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने शातिर लुटेरे सत्येंद्र की घेराबंदी की और पैर में गोली मारकर अरेस्ट कर लिया। शातिर ने तीनों लूट की वारदातों को स्वीकार भी किया है।डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि आरोपित को पकड़ने के लिए पुलिस की दस टीमें अलग-अलग स्थान और समय पर लगाई गई थीं। इसमें से एक टीम सुबह से शाम तक आईटीएमएस कंट्रोल रूम में ही बैठ रही थी। वहीं बाकी टीमों ने घटना स्थलों और उसके आसपास के इलाकों से 450 सीसी टीवी कैमरों से फुटेज उठाई।उसमें पता चला कि आरोपित ने काले रंग की पल्सर की नम्बर प्लेट पर कीचड़ लगा रखा था। जिससे नम्बर की पहचान नहीं हो सकी थी लेकिन सीसीटीवी फुटेज की मदद से उन्हें अहम इनपुट मिला और लुटेरे की शिनाख्त हो गई।