कानपुर। विंग कमांडर के पिता ने ट्रेन के आगे लेटकर अपना जीवन समाप्त कर लिया। पुलिस ने उनकी जेब में मिली पर्ची के आधार पर पहचान के बाद उनके परिवार के लोगों को पोस्टमॉर्टम हाउस में बुलाया। परिजनों की शिनाख्त के बाद गोविंद नगर पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया। 80 साल की उम्र के इस पड़ाव में आत्महत्या क्यों किया? इस बात को लेकर परिवार के लोगों से पूछताछ और जांच की जा रही है।एमआईजी रतनलाल नगर में रहने वाले अशोक कुमार नरुला (80) की रतनलाल नगर में पेंट की शॉप है। परिजनों ने बताया कि परिवार में बड़ा बेटा अजय नरुला एयरफोर्स में विंग कमांडर के पद पर मुंबई में तैनात है। वहीं छोटे बेटे अरविंद का बरेली में कंट्रक्शन का काम है। पत्नी शीला और शादीशुदा बेटी अंजू साथ में रहती हैं। परिजनों ने बताया कि वह रोज की तरह मंगलवार को मॉर्निंग वॉक पर निकले थे।9 बजे तक घर नहीं लौटे तो परिवार के लोगों ने तलाश शुरू कर दी। इसी बीच पुलिस का फोन आया। जिससे दबौली में झांसी रेलवे लाइन पर एक व्यक्ति के जान देने की जानकारी दी। जिस पर वह लोग घबराते हुए आनन-फानन मौके पर पहुंचे और शिनाख्त की। गोविंद नगर पुलिस ने बताया कि उनकी जेब से एक पर्ची बरामद हुई, जिसमें घर का पता और एक मोबाइल नंबर लिखा हुआ था।पुलिस को जानकारी हुई कि उन्होंने यहां पहुंचकर रेलवे ट्रैक पर लेटकर जान दी है, क्योंकि गर्दन कटी हुई है। प्रथम दृष्यता जांच में यही पता चला है, कि उन्होंने आत्महत्या की है। गोविंद नगर पुलिस ने बुजुर्ग के सुसाइड को गंभीरता से लेते हुए परिवार के लोगों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। फिलहाल प्राथमिक जांच में परिजनों का कहना था कि वह लोग खुद नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर ये हुआ क्या है।