कानपुर। जाते हुए मानसून ने मंगलवार की देर शाम से बारिश ने कहर ढहाया जिससे पूरी रात मूसलाधार बरसात होती रही। मंगलवार की देर रात से शहर में 120 मिमी से भी अधिक बारिश हुयी जिसने 22 सालों का रिकार्ड भी तोड दिया। इतने सालों के बाद हुई तेज बारिश से शहर के हालात बिगड़ गए । मंगलवार रात 8 बजे शुरू हुई बारिश बुधवार सुबह 4 बजे तक बिना रुके ही चलती रही। इससे शहर में जगह-जगह जलभराव हो गया हालांकि सुबह होने तक पानी निकल गया। लेकिन बारिश का पानी सड़कों को बड़े जख्म दे गया। शहर में दर्जनों पेड़ गिरने से यातायात भी प्रभावित हो गया जिसे दुरुस्त करने के लिए वन विभाग के कर्मचारी दिन भर मुस्तैसद दिखायी दिए।तेज बाशि के चलते साउथ सिटी के नयापुल, मुंशी पुरवा में तीन घरों के ऊपर पीपल का पेड़ गिर गया। इसके नीचे बने 3 मकान इसकी जद में आ गए। गनीमत रही कि पेड़ गिरने के दौरान कोई हताहत नहीं हुआ। फिलहाल बाबूपुरवा पुलिस मौके पर वन विभाग और नगर निगम की टीम के साथ पेड़ का हटवाने में जुट गई है।बारिश के बाद देर रात चली तेज हवाओं के चलते शहर में एक दर्जन से अधिक पेड़ गिर गए। मोतीझील मेन रोड पर बड़ा पेड़ गिरा। इसके बाद रावतपुर से नवाबगंज आने वाली रोड पर सीएसए के पास पेड़ गिर गया। यातायात प्रभावित होने से लंबा जाम लग गया। नगर निगम की मदद से टूटे पेड़ हटवाए जा रहे हैं। कानपुर में कल्याणपुर ब्लॉक के टिकरा गांव में मूसलाधार बारिश की वजह से मंगलवार देर रात मजदूर का कच्चा मकान ढह गया। हादसे के बाद मलबे में दबने से मजदूर की पत्नी की मौत हो गई। वहीं, मजदूर और उसके घायल बेटे का इलाज अस्पताल में चल रहा है। टिकरा कस्बा निवासी छुन्ना कमल (42) मजदूरी करके कच्चे मकान में रहकर परिवार के साथ गुजर बसर करता है। मंगलवार देर रात लगातार हो रही बारिश की वजह से उनका कच्चा मकान भरभराकर गिर पड़ा। पत्नी रानी देवी (36), बेटा रजत (13) और छुन्ना मिट्टी में दब गए।