December 23, 2024

कानपुर। कानुपर –कासगंज रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर रखकर कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन को उड़ाने की साजिश को आतंकी गतिविधि  मानते हुए एटीएस पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। एटीएस  के अलावा एनआईबी-आईटी समेत कानपुर एलआईयू टीम केस की जांच कर रही है। मंगलवार को एटीएस ने घटना स्थल से लगभग 1.5 किमी का चप्पा-चप्पा खगांल डाला और उसके पास मौजूद इंडेन गैस एजेंसियों पर छापेमारी कर जानकारी बटोरी। घटना स्थल से लेकर आगे पीछे तक लगभग  50 पुलिस वाले झाड़ियों को बारीकी से खंगालने में लगे रहे। डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक यूनिट भी जांच-पड़ताल में जुटी हैं। मौके पर पहुंचे एडीजी- जीआरपी  प्रकाश डी ने कहा- यह बहुत सीरियस केस है। अगर हमें कोई घटना से जुड़ा इनपुट देता है, तो उसका नाम गोपनीय रखा जाएगा। साथ ही रेलवे की तरफ से उसे इनाम दिया जाएगा।8 सितंबर को रविवार की रात कानपुर में अनवर-कासगंज रूट पर कालिंदी एक्सप्रेस से सिलेंडर टकराया। ट्रैक के पास से पेट्रोल बम और बारूद भी बरामद हुआ। जांच एजेंसियों को जांच में जो सबूत मिले हैं, उसके मुताबिक कालिंदी एक्सप्रेस को धमाके के साथ उड़ाने की साजिश रची गई थी।प्राइमरी इन्वेस्टिगेशन के बाद अधिकारियों का कहना है कि इस साजिश के पीछे 4-5 हो सकते हैं। कानपुर के अलावा कन्नौज, उन्नाव, औरैया, हरदोई में पुलिस टीम के अलावा मुखबिर का नेटवर्क एक्टिव किया गया है। संदिग्ध एक्टिविटी को डिटेन करने का निर्देश दिया गया है। मंगलवार के जांच-पड़ताल में तेजी लाई गई है।मंगलवार दोपहर को एडीसीपी क्राइम मनीष सोनकर ने पुलिस जवानों के साथ रेलवे ट्रैक के करीब 1.5 किमी. के दायरे में सर्च ऑपरेशन चलाया। वहीं, दूसरी तरफ एडीजी जीआरपी प्रकाश डी भी मौका-मुआयना करने पहुंचे। करीब आधा घंटे तक एडीजी  ने रेलवे ट्रैक पर मैराथन की। इसके बाद आसपास के इलाकों में पूरे मामले की बारीकी को समझा। अब तक की कार्रवाई के बारे में जाना।एटीएस ने जिस इंडेन गैस एजेंसी में छापा मारा है। उससे पिछले एक सप्ताह की डिटेल मांगी गई है। गैस एजेंसी संचालक से पूछताछ की गई कि पिछले एक सप्ताह में कहां-कहां गैस सिलेंडर की डिलीवरी की गई।कितने डिलीवरी ब्वॉय काम करते हैं।उन्होंने डोर-टू-डोर कहां कहां सिलेंडर पहुंचाया। इसके अलावा क्या किसी ने ब्लैक में सिलेंडर खरीदा।क्या कोई डिलीवरी ब्वॉय घटना के बाद से फरार है। ऐसे कई सवालों पर पड़ताल की गई है। फिलहाल, क्या कुछ जवाब मिले इसे अभी गोपनीय रखा गया है।क्राइम स्पॉट के पास मुंडेरी गांव है। इस गांव के अलावा आसपास के कंठी निवादा, बंशी निवादा, ऊधव निवादा, हंती निवादा, शुक्लापुर, शाह निवादा समेत 10 गांवों में पुलिस टीम एक्टिव है। गांवों के एक-एक परिवार और एक-एक आदमी का वैरिफिकेशन किया जा रहा है।एडीजी जीआरपी प्रकाश डी ने कहा- हम लोग लगातार सतर्कता बरत रहे हैं। यूपी पुलिस की विभिन्न इकाई एटीएस -एसटीएफ , सिविल पुलिस, जीआरपीएफ और आरपीएफ  एक्टिव है। हम एक रणनीति बनाकर आगे बढ़ रहे हैं। यह बहुत गंभीर घटना है। हमें उम्मीद है कि बहुत जल्द इस घटना का पर्दाफाश कर लिया जाएगा।जिस प्रकार की यह घटना है, वह गंभीरता को दर्शाता है। स्पेशल एजेंसी काम कर रही हैं।