कानपुर। प्रशासन की ओर से कानपुर की जमीनों का सर्किल रेट लगभग नौ साल बाद बढा दिए गए जिसको नगर के रजिस्ट्री विभाग में सोमवार से लागू भी कर दिया गया। नगर में कृषि भूमि की दरें 7 से 10 आवासीय की 10 से 15 और कॉमर्शियल की दरें 15 से 20 फीसदी तक बढ़ा दी गई हैं। शहर के साथ ही घाटमपुर बिल्हौर और नर्वल तहसीलों की जमीनों का सर्किल रेट भी बढ़ाया गया है। अब सोमवार से नए सर्किल रेट पर जिले में रजिस्ट्रियां होंनी शुरु भी हो गयी। हालांकि सोमवार को जमीनों की रजिस्ट्री कराने वालों की संख्या कम ही रही। जिले में दो महीनों से सर्किल रेट बढ़ाने की कवायद चल रही थी। पहले शहर और फिर ग्रामीण क्षेत्रों का सर्किल रेट बढ़ाने के लिए आपत्तियां मांगी गई थीं। 84 आपत्तियां आई थीं। इसमें विधायक, अधिवक्ता से लेकर आम व्यक्तियों ने आपत्तियां दाखिल की थीं। आपत्तियों का रविवार को निस्तारण करने के बाद सात से 20 फीसदी तक सर्किल रेट बढ़ा दिए गए। नई दरों को तहसीलदार, एसडीएम, उपनिबंधक एआईजी से लेकर डीएम के हस्ताक्षर होने के बाद जारी कर दिया गया। डीएम राकेश कुमार सिंह के मुताबिक सात से 20 फीसदी तक सर्किल रेट बढ़ाए गए हैं। नई दरें सोमवार से लागू होंगी। एनआईसी की वेबसाइट पर नई दरें अपलोड कर दी गई हैं। नोएडा व पूर्वांचल की तर्ज पर जिले में पहली बार घरेलू व कामर्शियल मिक्स आबादी के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है। अगर आप दो दुकानों के बीच में स्थित कोई आवासीय जगह खरीद रहे हैं तो निर्धारित दर से 40 फीसदी अतिरिक्त सर्किल रेट का पैसा चुकाना होगा। इसी तरह से अगर एक तरफ कामर्शियल गतिविधि हो रही है तो 20 फीसदी अतिरिक्त पैसा देना होगा। अगर 50 मीटर के अंदर कोई व्यावसायिक गतिविधि हो रही है तो 10 फीसदी का अतिरिक्त पैसा चुकाना होगा। जिले में यह व्यवस्था पहली बार लागू की गई है। बड़े भूखंड खरीदने वालों को भी इस बार सर्किल रेट में झटका लगा है। अब सिर्फ बड़े आवासीय भूखंड खरीदने पर ही छूट मिलेगी। कामर्शियल और औद्योगिक भूखंड खरीदने पर कोई छूट नहीं मिलेगी। पहले दो हजार वर्गगज तक जमीन खरीदने पर छूट मिलती थी। अब उसे खत्म कर दिया गया है। अब दो से पांच हजार तक के बड़े भूखंड खरीदने पर 20 फीसदी की सिर्फ छूट मिलेगी। पहले यह 30 फीसदी थी। बड़े भूखंड में दो हजार वर्गमीटर तक छूट नहीं है। दो हजार से पांच हजार तक में 20 फीसदी और पांच हजार वर्गमीटर से ज्यादा की जमीन खरीदने पर 30 फीसदी छूट मिलेगी। जिले में सबसे महंगी जमीन बिरहाना रोड, कलक्टरगंज, माल रोड, सिविल लाइंस और स्वरूप नगर की है। इसमें बढ़ी हुई दरों का रिवीजन करके बढ़ोतरी को कम किया गया है। सबसे कम सर्किल रेट शहर में चकेरी के जाना और त्रिलोकपुर गांव का है।