कानपुर। वियतनाम के क्यू नोन शहर में 15 से 19 सितंबर तक आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय शुगर सम्मेलन शुगरकॉन-2024 में शामिल होने के लिए राष्ट्रीय शर्करा संस्थान कानपुर के पूर्व निदेशक प्रो. नरेंद्र मोहन को आमंत्रित किया गया है। शुगरकॉन-2024 के दौरान वह भारत देश की ओर से दक्षिण पूर्व एशिया के चीनी उद्योग कर्मियों को वह संबोधित करने का कार्य करेंगे।प्रोफेसर मोहन चीनी उद्योग -स्थायी भविष्य के लिए तैयार की गयी रणनीतियों पर भी अपना सम्बोधन पेश करेंगे। जिसमें चीनी उद्योग के सह-उत्पादों और अपशिष्ट से चीनी और अन्य मूल्य वर्धित उत्पाद के उत्पादन के विभिन्न मॉडलों पर चर्चा की जाएगी। वह सम्मेलन में भाग लेने वाले लगभग 20 देशों के प्रतिनिधियों के साथ भारतीय चीनी उद्योग को हरित ऊर्जा के केंद्र में बदलने के दौरान प्राप्त अपने अनुभवों को भी साझा करेंगे।प्रो. मोहन ने बताया- दक्षिण पूर्व एशिया में विभिन्न चीनी उत्पादक देशों के अलग-अलग मुद्दे हैं। उन्हें बाजार की आवश्यकता, व्यवहर्ता और प्रौद्योगिकी की उपलब्धता के अनुसार विभिन्न गुणवत्ता वाली चीनी और अन्य मूल्य वर्धित उत्पाद के उत्पादन के लिए अलग-अलग रणनीतियों को अपनाने की आवश्यकता है।उन्होंने कहा- कार्यक्रम के बाद वहां के मिल के अधिकारियों से बातचीत के दौरान कुछ बिजनेस मॉडल पर भी चर्चा की जाएगी, जिससे उस क्षेत्र के चीनी उद्योग को लाभ हो सकेगा। अभी तक वहां की चीनी मिल में सिर्फ चीनी पर ही काम किया जा रहा है।प्रो. मोहन ने बताया- वहां कि मिलों में किस तरह से बिजनेस को बढ़ाया जाए। इस पर भी चर्चा होगी। चीनी के साथ-साथ और इस मिल में क्या काम हो सकते हैं। कितनी प्रकार की चीनी बन सकती है। इस पर भी बात की जाएगी। यदि एक मिल में कई काम होंगे तो इससे लोगों को रोजगार मिलेगा और मिल भी चल पड़ेगी।