संवाददाता।
कानपुर। नगर में अब रॉन्ग साइड गाड़ियां चलाने वाले लोगो के खिलाफ ट्रैफिक पुलिस अभियान चलाकर उनके चालान काटेगी। नगर से लेकर हाईवे तक रॉन्ग साइड वाहन चालकों के खिलाफ पुलिस ने चालान अभियान की शुरुआत कर दी है। और यह अभियान अभी लगातार जारी रहेगा। एडीसीपी ट्रैफिक मृगांग शेखर पाठक ने बताया कि कभी थोड़ी सी दूरी बचाने के लिए तो कभी थोड़ा से पेट्रोल बचाने के लिए या फिर अपने जीवन और सुरक्षा के प्रति लापरवाही भरे अंदाज में लोग रॉन्ग साइड पर अपनी गाड़ियां दौड़ा रहे हैं। आए दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ रहे ग्राफ के बाद भी लोग जागरूक नहीं हो रहे है। इसके चलते कानपुर की ट्रैफिक पुलिस ने कड़ा कदम उठाया है। अब रांग साइड चलने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर चालान काटा जा रहा है। 1 जुलाई से 14 जुलाई तक रांग साइड में कुल 2940 चालान किए गए हैं। सिर्फ शुक्रवार को ट्रैफिक पुलिस ने 238 चालान काटे हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2019 में 9200 लोगों की मौत गलत दिशा में गाड़ी दौड़ाने से होने वाले हादसों से हुई थी। वर्ष 2021 में सड़क हादसे में मारे गए लोगों में से 5.2 फीसद की मौत गलत दिशा में गाड़ी दौड़ाने से हुई थी देश में हर साल औसतन 8 से 9000 लोगों की जान सिर्फ गलत दिशा में गाड़ी दौड़ाने से होने वाले हादसों में होती है यह हादसे राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर शहर के अंदरूनी इलाकों में बनी सड़कों के भी है। एक और बात सबसे ज्यादा चौकाने वाली है कि नियमों का उल्लंघन करने में सबसे ज्यादा 18 से 45 साल के लोग शामिल हैं। इन हादसों के बाद भी लोगो ने रॉन्ग साइड वाहन चलाना नहीं छोड़ा। पहला बड़ा हादसा 2021 के जून माह में कानपुर नगर के थाना सचेंडी में एक उबल डेकर बस उलटी दिशा में आ रहे श्रमिकों भरे लोडर से टकरा गई, जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई। दूसरा बड़ा हादसा 11 जुलाई को दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे में उल्टी दिशा में तेज रफ्तार दौड़ रही स्कूल बस से सही दिशा में आ रही कार के टकराने से 6 लोगों की मौत हो गई। और तीसरा बड़ा हादसा थाना सचेडी क्षेत्र में 13 जुलाई गुरुवार को उलटी दिशा में आ रहे सवारी भरे टेंपो को ट्रक ने टक्कर मारी जिसमे अंदर बैठे 8 सवारियां घायल हो गई थी।