संवाददाता।
कानपुर। भारतीय लघु उद्योग और विकास बैंक से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर, इनक्यूबेटेड स्टार्टअप नॉक्कार्क ने पर्याप्त निवेश हासिल किया है। यह निवेश मार्च 2023 में आईआईटी कानपुर में वार्षिक स्टार्टअप उत्सव अभिव्यक्ति 2023 के दौरान शुरू की गई सिडबी सीड इक्विटी सपोर्ट स्कीम के तहत प्राप्त हुआ है। यह स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर आईआईटी कानपुर में स्थापित स्टार्टअप्स को समर्थन देने के लिए तैयार की गई एक विशेष निवेश योजना है। कोविड के दौरान, संकट को कम करने के लिए मजबूत स्वास्थ्य देखभाल समाधान विकसित करने के आह्वान का जवाब देते हुए, एसआईआईसी, आईआईटी कानपुर के तत्कालीन प्रोफेसर प्रभारी प्रो. अमिताभ बंद्योपाध्याय ने एक कम लागत वाले वेंटिलेटर को केवल 90 दिनों के अंदर विकसित करने वाली टीम का नेतृत्व किया था। सिडबी के निवेश से उनके मौजूदा परिचालन का विस्तार करने और वैश्विक बाजार के लिए स्मार्ट वेंटिलेटर समाधान विकसित करने में प्रगति करने में मदद मिलेगी। आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रोफेसर अभय करंदीकर ने कहा कि नॉक्कार्क उस डोमेन में एक प्रमुख इनक्यूबेटेड स्टार्टअप रहा है। मेरा मानना है कि सिडबी का यह निवेश स्वास्थ्य देखभाल नवाचारों को और अधिक बढ़ावा देगा। देश के स्वास्थ देखभाल क्षेत्र को समृद्ध करने में ये स्टार्टअप को महत्वपूर्ण मदद प्रदान करेगा। आईआईटीके के पूर्व छात्र और नॉक्कार्क के सह-संस्थापक निखिल कुरेले ने कहा कि हम न केवल सिडबी की वित्तीय सहायता के लिए बल्कि हम पर उनके भरोसे के लिए भी आभारी हैं। उनके अटूट समर्थन के साथ, हम नवाचार के अनसुलझे क्षेत्रों में उद्यम करने और सेवाएं प्रदान करने के लिए तैयार हैं। नॉक्कार्क आईआईटी कानपुर में स्थापित एक हेल्थकेयर स्टार्टअप है, जो हेल्थकेयर इनोवेशन की क्षमताओं को आगे बढ़ाने का काम करता है। कंपनी को कोविड-19 महामारी के दौरान भारत का पहला स्वदेशी वेंटिलेटर विकसित कराने में अहम भूमिका निभाई थी। यह अत्याधुनिक तकनीकों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाता है।