सुरेश रैना के ब्राण्ड एम्बेस्डर वाली खबर हवा में लांन्चिग पार्टी में जिक्र तक नही किया गया
सब कुछ पहले से ही था प्रीप्लान -फोन आते रहे, टीमे बनती रही
कानपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की बहुप्रतीक्षित टी-टवेन्टी प्रदेश प्रीमियर लीग पूरी तरह से स्क्रिप्टेड नजर आने लगी है। इसके लिए होने वाली चयन प्रक्रिया भी पूरी तरह से गोपनीय रखी गयी ये अलग बात है कि टीमें बनाने के लिए फ्रेन्चाइजी को कम मशक्कत करनी पडी क्योंकि संघ के प्रबन्धन के पास फोन आते रहे और टीमें बनती रही। लखनऊ के एक होटल में सम्पन्न लीग की लान्चिंग पार्टी में लीग के ब्राण्ड् एम्बेस्डर सुरेश रैना वाली खबर भी पूरी तरह से हवा में रही। सुरेश रैना के नाम का जिक्र तक नही किया गया हांलाकि प्रदेश की ओर से सबसे अधिक आईपीएल खेलने वाले रैना का नाम कार्यक्रम की उदघोषिका की ओर से अवश्य ही लिया गया था। इस लांन्चिंग पार्टी से संघ के पूर्व सचिव युद्धवीर सिंह की गैरमौजूदगी वहां पर मौजूद लोगों के बीच कौतूहल का विषय अवश्य ही रही। गोपनीय तरीके से इस लीग के आयोजन की तैयारियां को कम समय में पूरा कर लिए जाने के पीछे लोगों का मत है कि सब कुछ प्रीप्लान था बस इसे घोषित आलाकमान की मंजूरी मिलने के बाद किया गया। इसकी बानगी एक और रही कि पूर्व अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेटर ज्ञानेन्द्र पान्डेय को पहले कानपुर की फ्रेन्चाइजी का प्रशिक्षक घोषित किया गया था लेकिन लान्चिंग पार्टी के दौरान आयोजक मण्डल ने उन्हे गोरखपुर की फ्रेन्चाइजी का कोच बनाए जाने का एलान कर दिया। इस निर्णय से भी वहां पर थोडा हो हल्ला मचा रहा। फ्रेन्चाइजी क्रिकेट के लिए अब कई प्रकार को रोडे पडने की कवायद भी शुरु हो गयी है। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से प्रदेश में पहली बार आईपीएल की तर्ज पर होने जा रही यूपी T20 लीग में अभी भी संकट मंडरा रहा है। ग्रीनपार्क में मैच कराने के लिए एसोसिएशन को प्रति मैच के हिसाब से 31 लाख 25 हजार रुपए फीस राजकोष के खाते में जमा करने के लिए कहा जा रहा है । वहीं, यूपीसीए का कहना है कि अगर इतना पैसा केवल फीस में लगा दिया जाएगा तो आगे मैच की व्यवस्थाएं करने के लिए थोडी दिक्कतें होंगी।
यूपी T20 लीग का शुभारंभ 30 अगस्त को ग्रीनपार्क स्टेडियम में दूधिया रोशनी में किया जाना है। इसके बाद प्रतिदिन दो मैच खेले जाएंगे। एक मैच दिन में और दूसरा मैच दूधिया रोशनी में खेला जाना प्रस्तावित है। यानी कि 6 टीमों के बीच कुल 33 मैच ग्रीनपार्क स्टेडियम में खेले जाने के लिए बुकिंग करवायी गयी है फाइनल मुकाबला 16 सितंबर को खेला जाएगा। लाइट का प्रयोग न किए जाने से फीकी हो गयी रोशनी-
कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम में साल 2002 में स्थापित की दूधिया रोशनी वाली का कम प्रयोग से उसकी रोशनी ही फीकी हो चली है। डे नाइट मैच के लिए मानकों के हिसाब से रोशनी कम से कम 2500 लक्स होना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा 3300 लक्स होना चाहिए। लेकिन ग्रीनपार्क स्टेडियम में वर्तमान में महज 2300 लक्स पाए गए है। प्रसारण की टीम को लाइव प्रसारण दिखाने में भी काफी दिक्कत आएगी। इसके लिए प्रसारण की टीम ने पहले एक-एक कर के चारों ओर की लाइटे जलवाकर चेक की थी जिसमें रोशनी फीकी पाई गयी थी। इसके बाद चारों लाइटों को एक साथ जलाकर देखा तो उन्हें कई प्रकार की कमियों को पाया गया था जिसे दूर करने के लिए भी प्रयास जारी हैं। इस बारे में यूपीसीए के उपाध्यक्ष मोहम्मद फहीम ने बताया कि ग्रीनपार्क में लम्बे समय से नाइट मैचों का आयोजन नही किया था इसलिए चारों टावरों का प्रयोग नही हो पाया था। यही नही मैचों के लिए आ रही बाधाओं को दूर करने का हर सम्भव प्रयास किया जाएगा जिससे तय दिन और समय में लोगों को क्रिकेट का रोमांच देखने को मिल सके।