8 कमेटियों के सदस्यों को तो संघ ने जानकारी तक मुहैया नही करायी1
संवाददाता।
कानपुर। लखनऊ के इकाना स्टेडियम में विश्वकप के 5 मैचों को आयोजित करने की जिम्मेदारी या फिर ये कहें कि प्रदेश क्रिकेट संघ को मेजबानी का अवसर बोर्ड की ओर से मिला। इसके लिए यूपीसीए बीते कई महीनों से तैयारी भी बखूबी करता आ रहा है। इसके लिए संघ ने आयोजन समिति का गठन भी किया और लगभग 8 कमेटी बना भी डाली। जिसमें घोषित कमेटियों की कई बार बैठकें भी आयोजित की गयी जिसमें सभी को उनकी तय जिम्मेदारी का निर्वाहन करने के निर्देश भी जारी कर दिए गए। एपेक्स कमेटी के कुछ सदस्यों को भी कमेटियों के साथ सामन्जस्य। बिठाकर विश्वंकप मैचों को सफल बनाने के लिए उसमें शामिल किया गया लेकिन कुछ पदाधिकारियों को संघ की यह रणनीति रास नही आयी और उन्होंने आलाकमान के साथ मिलकर सभी को दरकिनार कर दिया। यहां तक कि उनको मैचों की तैयारी से सम्बन्धित जानकारी से भी वंचित कर दिया गया। कमेटियों की बैठकों में जिन सदस्यों या फिर चेयरमैन को 8 से 10 अक्टूबर के बीच लखनऊ पहुचनें के निर्देश जारी किए गए थे वह केवल मौखिक रूप से हवाओं में रह गए। कमेटी के चेयरमैन समेत कई सदस्यों के एसोसिएशन वाले वैघ प्रवेश कार्ड भी नहीं बनवाए गए। इस प्रकरण की पोल तब खुली जब कई सदस्यों ने एक दूसरे से सम्पर्क स्थापित कर लखनऊ चलने के लिए समय और दिन के बारे में जानकारी साझा की । सदस्यों ने संघ के सीईओ अंकित चटर्जी को फोन कर जानकारी मांगी तो उन्होंने सभी को यह कहकर टाल दिया कि अभी उनके पास किसी प्रकार की जानकारी ही नही है। इस प्रकरण से विश्वकप मैचों के आयोजन समिति कमेटी के सदस्य खासे आक्रोश में हैं और दो पूर्व सचिवों के साथ उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष पर उन्हे जानबूझ कर दूर रखने की बात कही है। यूपीसीए के सीईओ अंकित के रवैये से भी कमेटी के सदस्य खासे नाराज हैं। एक कमेटी के सदस्य ने बताया कि विश्व कप मैचों की तैयारियों के लिए आलाकमान और भाई के नाम से मशहूर सदस्य के करीबी और चाटुकारों के साथ ही जूनियर और सीनियर चयन समिति के सदस्यों को ही बुलावा भेजा गया है। विश्व कप मैचों के बाद आलाकमान से बात की जाएगी। इस मामले में संघ के पूर्व उपाध्यक्ष मोहम्मट फहीम कुछ बोलने को तैयार ही नही है।








