अपने ही स्टार खिलाड़ियों को नजरअंदाज करने में माहिर उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ।
संवाददाता।
कानपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के पदाधिकारी अपने ही पूर्व स्टार खिलाड़ियों को नजरअंदाज करने में माहिर दिखाई दे रहा है |क्रिकेट जगत में विशेष योगदान न करने वालों को सिर पर बिठाना और उनको ब्रांड की तरह इस्तेमाल करना भी शायद यूपीसीए के लिए एक शगल बन गया है| उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के पदाधिकारी को यह भी गवारा नहीं लगता कि कभी 7 से 8 खिलाड़ी जिन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व एक बार में किया हो उन्हें नजर अंदाज कर वह क्रिकेट के फलक पर उन सितारों को तोड़ने का भी कम कर रहे हैं |वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के भूमि पूजन एवं समारोह शिलान्यास शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होना है |जिसमें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की ओर से कपिल देव ,सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री समेत विश्व कप 1983 की टीम के अन्य सदस्यों को भी बुलाया गया है| यहां तक की मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर भी उसे कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए मुंबई से वाराणसी आ रहे हैं| उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ ने केवल टेस्ट टीम का हिस्सा रहे गोपाल शर्मा को ही इस समारोह के लिए आमंत्रित किया है| जबकि ज्ञानेंद्र पांडे, मोहम्मद कैफ, प्रवीण कुमार, पीयूष चावला, आरपी सिंह ,सुरेश रैना, सुदीप त्यागी आदि खिलाड़ियों को नजरअंदाज किया गया है |जबकि एक समय पर यह सारे स्टार खिलाड़ी भारतीय टीम का हिस्सा हुआ करते थे |जिन्हें यूपीसीए पूरी तरह से नजरअंदाज कर चुका है। इनमें से एक भी खिलाड़ी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के भूमि पूजन एवं समारोह शिलान्यास के लिए आमंत्रित नहीं किया गया |यही नहीं इनमें से कई खिलाड़ियों को अभी हाल में ही संपन्न उत्तर प्रदेश क्रिकेट प्रीमियर लीग में भी अपना योगदान देने के लिए भी श्रेष्ठ नहीं माना गया और उनकी सेवाएं नहीं ली गई| इस मामले में उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की उपाध्यक्ष मोहम्मद फहीम से बात करने की कोशिश की तो वार्ता सफल नहीं हो सकी|