October 18, 2024

एक धडा नि:शुल्क होने वाली चयन प्रक्रिया से भी खिलाडियों से कर रहा वसूली

खिलाडियों से की जा रही अवैद्य वसूली की शिकायत बोर्ड के पदाधिकारियों तक जा पहुंची

संवाददाता।
कानपुर।
उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ की एक जिला ईकाई आगरा क्रिकेट संघ को दो गुटों में बांट दिए जाने का परिणाम खिलाडियों के भविष्य पर पडता दिखायी दे रहा है। पूर्व की नगर ईकाई के समानान्‍तर दूसरी ईकाई का गठन नगरके खिलाडियों के लिए अभिशाप बनता जा रहा है। दूसरे गुट पर प्रदेश क्रिकेट संघ की ओर से आयोजित की जाने वाली चयन प्रक्रिया में अब खिलाडियों से 5 से 6 सौ रुपए वसूली अवैद्य रूप से किए जाने के आरोप भी अब संघ की जिला ईकाई के मुखिया पर लगने लगे है। यही नही कई खिलाडियों और उनके अभिवावकों ने यूपीसीए की भ्र्रष्ट नीतियों पर भी सवाल उठाना शुरु कर विरोध किया है। कई खिलाडियों का संघ के पदाधिकारियों और कर्मचारियों पर आरोप है कि बिना सूचना के ही चयन प्रक्रिया का आयोजन कर दिया जाता है जिससे नौनिहाल व उदीयमान क्रिकेटरों को उनकी मंजिल मिलने में रोडे लगते नजर आ रहे हैं। आगरा क्रिकेट से जुडे एक अधिकारी ने बीसीसीआई के अध्यक्ष ,सचिव समेत यूपीसीए, यूपीसीए,पूर्व सचिव राजीव शुक्ला आदि कई लोगों को टिवटर के माध्यम से यह जानकारी साझा की है और मांग भी की है कि बिना सूचना के चयन प्रक्रिया का आयोजन खिलाडियों के साथ धोखाधड़ी के साथ ही भ्रष्टाचार को बढा रहा है। कई बार शिकायत किए जाने के बाद भी खिलाड़ियों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ राजनीतिक दल के मुख्य लोग सामने नहीं आये। कई खिलाडियों का संघ के पदाधिकारियों पर आरोप है कि अंडर -23 क्रिकेट ट्रायल कराया नहीं और खिलाडियों से ट्रायल फीस ले ली गयी। जिले के कई अभिवावकों ने यूपीसीए के पदाधिकारियों से मांग की है कि बच्चों की क्रिकेट ट्रायल फीस वापस होनी चाहिए और इस धोखाधड़ी पर तो कडी कार्यवाही होनी चाहिए। कई लोगों ने यह आरोप भी लगाया कि आगरा में बिना क्रिकेट ट्रायल कराए आखिर किन लोगों के नाम संघ कार्यालय में भेजे गए जिनको मुख्य चयन प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर प्रदान किया गया।क्या ये बच्चों से धोखा नहीं है आखिर उन्होंने ट्रायल फीस जमा की थी क्या ये 420 की श्रेणी में नहीं आता लेकिन उनके सवालों का जवाब देने के लिए संघ से कोई भी पदाधिकारी सामने नही आता। इस मामले में आगरा के एक अभिवावक ( नाम उजागर नही किया जा सकता) ने बताया कि जिला क्रिकेट संघ का कोई कार्यालय न होने कें चलते वह अपनी बात किया शख्स के सामने नही रख पा रहे जबकि एक घर के भीतर चलाए जा रहे कार्यालय में कोई जबरन प्रवेश भी नही कर सकता। इस बात की पु‍ष्टि करने के लिए संघ के पूर्व उपाध्यक्ष ने फोन पर ही अपना यह कहकर झाड लिया कि वह अभी विश्वकप के मैचों की तैयारियों में मशगूल हैं और अभी बात नही कर सकते।

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