कानपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ की अलीगढ जिला ईकाई के चार पदाधिकारियों के खिलाफ फर्जी तरीके से क्रिकेट एसोसिएशन को संचालित करने के मामले में एमपी/एमएलए कोर्ट ने समन भेजा है। एमपी/एमएलए कोर्ट ने चारों पदाधिकारियों को इसी महीने की 27 तारीख को पेश होने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। वादी प्रदीप सिंह की अलीगढ़ की कोर्ट में दाखिल याचिका में अलीगढ़ की क्रिकेट एसोसिएशन को अपने नाम से 1996 से पंजीकृत दिखाया है जिसकी वैद्यता पंजीकरण के अनुसार 10.10.2026 तक है। उन्होंने कोर्ट में दाखिल याचिका में दर्शाया है कि यूपीसीए के कई पदाधिकारियों की शह पर विपक्षीगण विवेक बंसल, अब्दुल लतीफ, अब्दुल बहाव व मुताहिर जैदी आदि लोगों ने फर्जी तरीके से संघ को टेकओवर कर लिया। यही नही सभी ने बैंक के अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ मिलकर फर्जी प्रपत्रों के आधार पर यूपीसीए विंग डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसियेशन के नाम आईडीबीआई बैंक में खाता खोल दिया जिसकी सं0- 70414000053075 ये है। इस बावत प्रार्थी ने उक्त बैंक मैनेजर को विधिवत नोटिस दिया. जिसके बावजूद भी बैंक अधिकारी की मिलीभगत से विपक्षीगण के साथ लगातार उस खाते में पैसों की जमा और निकासी आसानी से कर रहे हैं। प्रार्थी की उक्त पंजीकृत संस्था के नाम से फर्जी लेटर पैड छपवाकर लोगों से दस-दस हजार रुपये चन्दा भी मांग रहे हैं तथा नैट पर भी विपक्षीगण ने edca.co.in नाम से एक साइट बनाकर अपने को प्रार्थी की पंजीकृत संस्था पर फर्जी पदाधिकार दर्शाया हुआ है। इस पूरे फ्रॉड का मास्टर माइन्ड विपक्षी विवेक बंसल और फसाहत अली हैं। यूपीसीए से सम्बद्धता की आड़ में अलीगढ़, एटा, कासगंज, बुलन्दशहर आदि जनपदों के क्रिकटरों से उक्त आरोपित लगातार 4 दो सौ रुपये प्रति फार्म के हिसाब से बेचकर जनपद के क्रिकेट प्रेमी लोगों से चन्दा आदि लेकर हर वर्ष लाखों रुपये की धोखाधड़ी कर रहे हैं। वादी प्रदीप सिंह ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलीगढ़ को प्रार्थनापत्र देकर मामले की निष्पक्ष जांच करवाने का आग्रह किया था जिसपर जांच के बाद अलीगढ पुलिस ने अपनी रिपोर्ट एमपी/एमएलए कोर्ट में पेश कर दी थी। एमपी/एमएलए के न्यायाधीश ने मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए सभी आरापितों के खिलाफ 27 तारीख को पेश होने के लिए समन भेज दिया है।