June 1, 2025

संवाददाता
कानपुर।
आज के समय में डिप्रेशन काफी आम समस्या बन चुका है। एक सर्वे में पता चला है कि भारत के 13% युवा डिप्रेशन की समस्या से जूझ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भारत में हर 4 में से 1 युवा डिप्रेशन का शिकार है। अगर यही बात करें 2019 की तो उस समय 7.5% भारतीयों को किसी न किसी कारण से डिप्रेशन की समस्या थी।
लेकिन वर्तमान में 18 से 29 वर्ष के आयु के लोगों में डिप्रेशन की समस्या सबसे अधिक है। इस डिप्रेशन की समस्या से निपटने के लिए कानपुर के 23 वर्षीय युवा लेखक यश तिवारी ने ऐसे ही लोगों को ध्यान में रखते हुए एक ऐसी बुक लिखी है, जिसको पढ़कर 50 दिन के अंदर युवा अपनी जिंदगी को बदल सकता है। इस बुक का नाम है द माइंडफुल रिवाइवल।
यश तिवारी ने बताया कि यह बुक उन युवाओं को ध्यान में रख कर लिखी गई है जो अपनी जिंदगी की ओर काफी निराश होते जा रहे हैं, और अपनी जिंदगी की तरफ रुझान खोते जा रहे हैं और डिप्रेशन में आ रहे हैं। ऐसे लोगों के लिए इस बुक में 50 चैप्टर लिखे गए हैं।
उसमें से हर रोज एक चैप्टर पढ़कर बस आपको इस पर काम करना है, जिस दिन आपने यह 50 दिन जी लिए, फिर इसके बाद आपकी लाइफ बिल्कुल बदल जाएगी, क्योंकि इसमें हर एक ऐसी चीजों का अनुभव कराया गया है जो वास्तविक दुनिया से जुड़ी हुई है।
हर चैप्टर अलग-अलग चीजों पर है, जैसे कि कम्युनिकेशन स्किल को आप कैसे डेवलप कर सकते हैं। अपने पुराने रिश्तों को कैसे कनेक्ट करें और उसको कैसे मजबूत बनाएं। अपनी जिज्ञासाओं को दुनिया की तरफ कैसे बढ़ाए। इन सब चीजों को लेकर अलग-अलग चैप्टर दिए गए हैं।
यश तिवारी ने 16 साल की उम्र में अपनी पहली बुक ए सेलिब्रेशन इन ट्रिब्यूलेशन  2020 को प्रकाशित किया था। उस समय यश कक्षा 12 में पढ़ते थे। इसके बाद उन्होंने कोरोना काल में पेंडमिक 2020 बुक प्रकाशित कराई। तीसरी बुक उन्होंने ब्लिस्टर ऑफ द बैटल 2023 लिखी थी। यह बुक काफी चर्चित भी रही थी।
यश ने बुक लिखने में अपने नाम नेशनल और इंटरनेशनल रिकॉर्ड भी बनाए हैं। ब्लिस्टर ऑफ द बैटल बुक में उन्हें अमेजॉन बेस्ट सेलर मिला था। इसके बाद वो दुनिया के ऐसे लेखक बने थे जिसने पेंडमिक पर कोई पुस्तक लिखी हो। इस पुस्तक ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में यश का नाम दर्ज कराया था।