आज़ाद संवाददाता

कानपुर। गर्मी बढ़ने के साथ ही गंगा का जलस्तर भी गिरने लगा है। भैरवघाट स्थित पंपिंग स्टेशन में पानी की कमी न हो, इसके लिए गंगा पर बंधा बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। बीते 15 दिनो में जलस्तर तीन फीट नीचे आ गया है।
शहर की जल आपूर्ति सामान्य बनाए रखने के लिए जलकल विभाग ने 200 मीटर लम्बा अस्थायी बंधा बनाने का निर्णय लिया है। फिलहाल, बालू हटाने के लिए एक ड्रेजिंग मशीन लगाई गई है।
गंगा का जलस्तर 29 अप्रैल को 357.4 फीट था। आगे जलस्तर 355 फीट तक गिरने की संभावना है। ऐसे में शहर की आपूर्ति पर कोई संकट न आए, इसके लिए बंधा बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
15 दिन में करीब तीन फीट जलस्तर गिरने से जलकल विभाग शहर की जल आपूर्ति के लिए चिंतित है। समस्या से निपटने के लिए शुक्लागंज की तरफ 7 लाख रुपए की लागत से 200 मीटर अस्थाई बंधा बनाने का काम शुरू कर दिया गया है।
जलकल जीएम के मुताबिक भैरवघाट पंपिंग स्टेशन से रोज 20 करोड़ लीटर पानी को ट्रीट करके शहर में करीब 20 लाख लोगों को दिया जाता है। फिलहाल जलकल ने बालू हटाने के लिए एक ड्रेजिंग मशीन लगा दी है, जिससे भैरोंघाट पंपिंग स्टेशन में पानी की आपूर्ति प्रभावित न हो।
वहीं गंगा का जलस्तर गिरने से कच्चे पानी को ट्रीट करने में फिटकरी का खर्च भी बढ़ गया है। पहले करीब पांच टन फिटकरी खर्च होती थी, जो अब छह टन से ज्यादा खर्च हो रही है।