May 10, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
  नौबस्ता के मछरिया में वक्फ बिल के विरोध-प्रदर्शन के मामले में पुलिस 5 आरोपियों को जेल भेज चुकी है। जबकि इन पांचों से पूछताछ में 10 से ज्यादा नाम सामने आए हैं। ऐसे लोगों की भूमिका विरोध प्रदर्शन करके शहर में हिंसा भड़काने की साजिश में थी।
शातिरों से पूछताछ में साफ हुआ है कि वॉट्सऐप ग्रुप के जरिए यह साजिश रची गई। इन सभी ने चंदा करके पोस्टर और बैनर के लिए रकम जुटाई और फिर शहर में हिंसा भड़काने की साजिश थी। पुलिस की सक्रियता के चलते पूरा प्लान फेल हो गया।
एडीसीपी साउथ महेश कुमार ने बताया कि नौबस्ता के  मछरिया में जुमा की नमाज के बाद वक्फ बिल का विरोध प्रदर्शन करके शहर में हिंसा भड़काने की साजिश थी। पुलिस ने मामले में सक्रियता दिखाते हुए फौरन रिपोर्ट दर्ज की और मामले में अब तक 5 आरोपी मो. सैफ, रेहान, अदनान, साहिल और वारिश को अरेस्ट करके जेल भेज चुकी है।
इन पांचों से पूछताछ और जांच में 10 से ज्यादा लोगों के नाम सामने आए हैं। इसके साथ ही इन सभी के मोबाइल से मिले फोटो और वीडियो से भी कई अहम साक्ष्य मिले हैं। जांच में खुलासा हुआ कि जेल भेजे गए आरोपी और प्रदर्शन के लिए 30 युवाओं के वॉट्सऐप ग्रुप में शामिल सभी युवा चंदा जुटा रहे थे।
पूरी प्लानिंग वॉट्सऐप ग्रुप पर रची गई और वीडियो वायरल करके कानपुर के साथ ही यूपी और देश में हिंसा भड़काने की साजिश थी।
पुलिस ने समय रहते आरोपियों को अरेस्ट करके कड़ी कार्रवाई की। इसके चलते पूरा विरोध-प्रदर्शन चंद मिनट में ही सिमट गया। अब पूछताछ में जिन 10 लोगों के नाम सामने आए हैं। ये सभी अपने-अपने घरों से फरार चल रहे हैं। पुलिस इन सभी आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। जल्द ही इन सभी को अरेस्ट करके जेल भेजा जाएगा।
एडीसीपी साउथ महेश कुमार ने बताया कि अब तक की जांच में जो सामने आया है कि टीन एजर्स ने पूरा विरोध प्रदर्शन किया था, लेकिन इसके पीछे कोई बड़ा नाम या कुछ और लोग शामिल होंगे। लेकिन शातिरों के मोबाइल से और पूछताछ में कुछ भी ऐसा नहीं मिला है।

लेकिन पुलिस इन सभी की कॉल डिटेल समेत अन्य एंगल पर जांच कर रही हैं। इससे अगर विरोध प्रदर्शन के पीछे कोई मास्टर माइंड होगा तो उसे भी अरेस्ट करके जेल भेजा जाए।