
भूपेन्द्र सिंह
कानपुर। कानपुर की पवित्र धरती पर बहुप्रतीक्षित मेट्रो ट्रेन के विस्तारण के साथ ही कई परियोजनाओं को अमली जामा पहनाने के लिए प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी का आगमन शुक्रवार को होगा। इसके लिए चन्द्रोशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय परिसर को पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है। बस अब इन्त जार है उनकी अगवानी करने का।प्रधानमंत्री के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) मैदान में एक जनसभा को संबोधित भी करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को कई हजार करोड़ रुपये की लागत वाली विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के लिए कानपुर आ रहे हैं।प्रधानमंत्री के कानपुर दौरे का मुख्य आकर्षण थर्मल पावर प्लांट की पांच इकाइयों का उद्घाटन और शिलान्यास होगा। सभी बिजली परियोजनाएं राज्य में बिजली के बुनियादी ढांचे को महत्वपूर्ण रूप से बेहतर बनाएंगी।बिजली उत्पादन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर कानपुर में 660 मेगावाट की पनकी थर्मल पावर एक्सटेंशन परियोजना का उद्घाटन महत्व्पूर्ण होगा। 8,300 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित यह परियोजना राज्य की ऊर्जा क्षमता के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।प्रधानमंत्री के दौरे का एक और मुख्य आकर्षण कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के एक महत्वपूर्ण खंड के विस्ता्रित होने का उद्घाटन होगा। कानपुर मेट्रो रेल सेवा के मोतीझील से आगे बढकर चुन्नीगंज से कानपुर सेंट्रल मेट्रो स्टेशन तक का विस्ता र किया जाएगा। लगभग 2,120 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित इस खंड में 14 मेट्रो जिसमें 9 एलोवटेड तो 5 नवनिर्मित भूमिगत स्टेशन भी शामिल हैं।इस खंड से बेहतर शहरी गतिशीलता उपलब्ध होने, शहर के प्रमुख स्थलों और वाणिज्यिक केंद्रों को जोड़ने, सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने और शहर में यातायात को आसान बनाने की उम्मीद है। इसके अलावा वह घाटमपुर ताप विद्युत परियोजना की 660 मेगावाट की तीन इकाइयों का उद्घाटन भी उसी मंच से करेंगे। जिसका विकास 9,330 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इसी कडी में कानपुर के कल्याणपुर पनकी मंदिर में पनकी रोड पर पनकी पावर हाउस रेलवे क्रॉसिंग और पनकी धाम क्रॉसिंग पर दो नए रेल ओवर ब्रिज का उद्घाटन भी शामिल है।सीएसए मैदान परिसर में गुरुवार को प्रदेश और जिला प्रशासन के आला अधिकारी डेरा डाले रहे और प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के आगमन की तैयारियों को अमली जामा पहनाने का काम करते रहे। एसपीजी से लेकर एटीएस और स्थानीय स्तर के सुरक्षा कर्मियों का दल सीएसए के चप्पे-चप्पे पर जांच पडताल करते रहे।
