March 10, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर। 
बिकरू कांड के कुख्यात विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे ने एक और बड़ा खुलासा किया है। उनके मुताबिक उनके खेत में जो पेड़ अवैध तरह से काटे गए, उन्हें तहसील की टीम ने पहुंचकर ग्राम प्रधान की सुपुर्दगी में दे दिया था। जबकि ग्राम प्रधान दबंगों के साथ खुद पेड़ कटवाने में शामिल रहा है। इस मामले में ऋचा दुबे ने ककवन थाने में तहरीर दे दी है। जिसमें उन्होंने ग्राम प्रधान समेत दबंगों को नामजद किया है। पुलिस के मुताबिक मामले में एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बिकरू कांड के बाद एनकाउंटर मारे गए विकास दुबे की सकरवां गांव ककवन स्थित एक जमीन को गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त किया गया था। इसी जमीन पर कुछ समय पूर्व दस साल पुराने यूकेलिपटस के पेड़ों को काटा गया था।
दिल्ली से ऋचा दुबे ने मामले में तहसील प्रशासन से शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद तहसील प्रशासन की तरफ से बुधवार को एक टीम मौके पर पहुंची थी । टीम ने पेड़ कटाई का काम रुकवाया और कटी हुई लकड़ियां ग्राम प्रधान की सुपुर्दगी में दे दी थी।
इस मामले में ऋचा दुबे ने ककवन थाने में तहरीर दिलवाई हे जिसमें उन्होंने ग्राम प्रधान समेत चार अन्य के नाम लिखे। ऋचा दुबे का आरोप था कि ग्राम प्रधान खुद लकड़ियां कटवाने का दोषी है। उसने चार साल पहले भी जमीन पर दूसरे व्यक्ति के जरिए कब्जा करने का प्रयास किया था।
ऋचा दुबे का कहना है कि इस मामले में ककवन पुलिस अगर निष्पक्ष होकर मुकदमा दर्ज कर विवेचना कर ले तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। पुलिस इस मामले को लेकर लचर है। जबकि जमीन अभी भी प्रशासन की कस्टडी में हैं और उसके कस्टोडियन तहसीलदार खुद है।
2 जुलाई 2020 को चौबेपुर स्थित बिकरू गांव में विकास दुबे ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। पुलिस टीमें उसे पकड़ने के लिए रात में गांव में दबिश देने गई थी। इस घटना में आठ पुलिस कर्मियों को गोलियों से भून दिया गया था। जिसके बाद पुलिस ने एनकाउंटर में विकास दुबे समेत उसके छह गुर्गों को मार गिराया था। इसके बाद विकास दुबे के गुर्गे हीरू दुबे को गैंग लीडर बनाते हुए 16 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई भी की गई थी। इसके अलावा विकास दुबे की लखनऊ वाली सम्पत्ति, बिकरू के घर और सकरवां की जमीन को प्रशासन ने गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त कर लिया था।