May 3, 2025

आज़ाद संवाददाता 

कानपुर।  अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर श्रम आयुक्त कार्यालय के मुख्य सभागार में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें सचिव उ.प्र. श्रम विभाग मार्कण्डेय शाही ने मजदूर दिवस पर अपने  उदबोधन में कहा की मजदूर सबसे आवश्यक कड़ी है राष्ट्र के विकास और नवनिर्माण में बिना मजदूर के आर्थिक ढांचे की सुद्रणता का अनुमान कल्पनाहीन है जिस प्रकार मजदूर के योगदान से राष्ट्र सशक्त होता उसी प्रकार हम लोगो का भी दायित्व बनता की मजदूर की हर प्रकार से सहयोग करने की हमे आवश्यकता है। यदि हम अपनी क्षमता अनुसार अपना योगदान राष्ट्र निर्माण की प्रथम कड़ी मजदूर को सहयोग कर उसे सशक्तिकरण प्रदान करते है तो कहीं न कहीं न हम भी सशक्त होते है  साथ ही श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों के कल्याणार्थ विभिन्न बोर्डों द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी दी। श्रमायुक्त मार्कण्डेय शाही ने बताया 4 श्रम संहिताओं में गैप्स एण्ड डायवर्जन्स को दूर करने के लिए अध्ययन, बैठकों और कई विचार मंत्रणाओं के दौर से गुजर कर नयी नियमावलियाँ प्रकाशित किये जाने का मार्ग प्रशस्त किया गया है। और नियमावली पर प्रकाश डाला।

गोष्ठी में सेवायोजक बलराम नरूला ने अपने विचार रखते हुए कहा गया कि जब उद्योग फले-फूलेगा तभी श्रमिकों का उत्थान हो सकेगा गोष्ठी में भारतीय मजदूर संघ ने  विश्वकर्मा जयन्ती 17 सितम्बर को मजदूर दिवस घोषित किये जाने सम्बन्धी मांग की।

मजदूर नेताओं की माँग पर श्रमायुक्त मार्कण्डेय शाही ने  इस सम्बन्ध में प्रस्ताव तैयार कर शासन के निर्णयार्थ प्रेषित किये जाने हेतु विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। कार्यक्रम में उपस्थित अपर श्रमायुक्त सौम्या पाण्डेय, उप श्रमायुक्त अविनाश, सचिन यादव, कल्पना श्रीवास्तव, उप श्रमायुक्त पंकज सिंह राना, अजय कुमार मिश्रा,,  अनिल उपाध्याय, महामंत्री भारतीय मजदूर संघ तथा सुखदेव मिश्रा, विद्याकान्त तिवारी, हिन्द मजदूर सभा, एसएएम जैदी, एक्टू  राणाप्रताव सिंह आदि ने अपने विचार व्यक्त किये अजय कुमार मिश्रा उप श्रमायुक्त ने कार्यक्रम के अन्त में धन्यवाद ज्ञापन दिया।

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