
संवाददाता
कानपुर। आंधी और मूसलाधार बारिश के बाद गर्मी का असर बेहद कम हो गया है। अधिकतम तापमान सामान्य औसत 40.4 डिग्री से 6.3 डिग्री नीचे आ गया। इसी तरह रात का तापमान सामान्य औसत 25.8 डिग्री से 5.2 डिग्री नीचे आया है। वहीं प्री-मानसून की जोरदार बारिश 24.2 मिमी बारिश दर्ज की गई।
24 घंटे के अंदर अधिकतम तापमान 3.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री नीचे गिरा है। सुबह के समय माहौल में नमी का प्रतिशत बढ़कर 84 हो गया।
मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती मौसम की वजह से कानपुर और आस-पास के क्षेत्रों में वर्षा भी एक जैसी नहीं हुई है। मौसम विशेषज्ञ डा. एसएन सुनील पांडेय के अनुसार अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नम हवाओं का आना लगातार बना हुआ है।
अरब सागर की हवा राजस्थान से आगरा होते हुए मैनपुरी कन्नौज होकर आ रही थी, जबकि बंगाल की खाड़ी से उठी हवा झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश होते हुए हिमालय की तलहटी में बह रही थी। इन दोनों ओर की हवा के प्रवाह के टकराने और कानपुर व आसपास में हवा का निम्न दबाव क्षेत्र बनने से चक्रवात सिस्टम सक्रिय हो गया।
यही वजह है कि चक्रवाती हवा ने अलग-अलग पॉकेट में अपना असर दिखाया और तेज आंधी-तूफान के साथ वर्षा का कारण बनी। अप्रत्याशित चक्रवाती सिस्टम बुधवार की रात 12 बजे के बाद सक्रिय हुआ और अगले से डेढ़ से पौने दो घंटे में जमकर वर्षा करा गया था।
डा. पांडेय के अनुसार चक्रवाती मौसम की वजह से आंधी-तूफान और बारिश हुई है। अब अगले दो से तीन दिन तक मौसम में नमी और गर्मी तो रहेगी लेकिन चक्रवाती तूफान के आसार नहीं है। वहीं चक्रवाती मौसम के कारण हुई इस बारिश से खेती को कोई नुकसान नहीं होगा। खेतों की जोताई के लिए यह अच्छा मौका है।