कानपुर। घाटमपुर नगर में पचपीरन तालाब की सतह पर हजारों की संख्या में मरी हुयी मछलियां उतराती पायी गयी जिससे लोगों के बीच हडकम्प मच गया। घाटमपुर का यह तालाब बहुत ही प्राचीन माना जाता है । यहां के लोगों का मानना है कि बीते कई सालों से तालाब की साफ –सफाई नहीं हो पासी है जिसके चलते वहां पर पाली जा रही मछलियों को ऑक्सीजन नही मिल सका और उन्हों ने दम तोड दिया। लोगों का यह भी मानना है कि इसकी जिम्मेदार पूरी तरह से नगर पालिका परिषद है जो अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड रही है और उसने तालाब की साफ-सफाई का काम कई सालों से नहीं करवाया । जिसके चलते पिछले तीन दिनों से तालाब में लगभग पांच हजार मछलियां मरी पड़ी हैं। लगातार मछलियों के मरने के पीछे तालाब में जमी गंदगी को बताया जा रहा है। मरी मछलियों के कारण आसपास में रहने वाले लोग तालाब से आ रही गंदी बदबू का सामना कर रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार बेखबर बैठे हैं। घाटमपुर नगर निवासी सभासद विवेक शुक्ला, सत्यम सिंह चौहान, लाला, पूर्व सभासद अजमेरी समेत अमित, नफीस, अंकुश आदि लोगों ने बताया कि नगर में बरसों पुराना तालाब स्थित है। नगर पालिका के द्वारा तालाब की साफ-सफाई नहीं कराई गई। जिसके चलते पिछले तीन दिनों से इस तालाब में लगातार मछलियों के मारने बात सामने आ रही है। लगभग पांच हजार मरी हुई मछलियां तालाब के ऊपर उतरा आईं हैं और तालाब के किनारे लगी हुईं हैं। मछलियों के मरने के सिलसिले से तालाब के आसपास रहने वाले लोग भी परेशान हो रहे है। हालांकि मछलियों के मरने की असल वजह अब तक समझ नहीं आई है। लेकिन जानकार इसे तालाब में फैली गंदगी से जोड़कर देख रहे हैं। वहीं लोगों का कहना है कि देखरेख के अभाव में तालाब गंदगी से भरा हुआ है। ऐसे में मछलियों को सही मात्रा में ऑक्सीजन की पूर्ति नहीं हो पा रही है। जिससे मछलियों के मरने का सिलसिला जारी है। वहीं कुछ लोग आशंका जता रहे है, कि किसी ने तालाब में केमिकल डाल दिया होगा। जिसकी वजह से मछलियां मर रही है। लेकिन जिम्मेदार अनजान बने बैठे हैं।घाटमपुर नगर पालिका अधिशाषी अधिकारी डॉ. महेंद्र कुमार ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में पचपीरन तालाब की नीलामी हुई थी। तालाब को मछली पालन के लिए दिया गया है। तालाब में मछलियों के मरने की बात सामने आई है। वह नोटिस देकर तालाब की जल्द साफ सफाई करवाएंगे।