कानपुर। नगर के सचेंडी थाना क्षेत्र में महिला जज की गाड़ी पर हुए पथराव के दोनो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। औरैया में तैनात महिला जज की तहरीर के मुताबिक वह 28 सितंबर को कार से अपने ड्राइवर रिजवान और भाई राहत अली के साथ कानपुर से औरैया जा रही थीं। देर रात 12:30 बजे सचेंडी थाना से करीब 1 किमी पहले लाल रंग की होंडा सिटी गाड़ी सवार युवकों ने उनकी गाड़ी को टक्कर मारी और साइड से ओवरटेक किया। फिर उसी गाड़ी ने गाड़ी का रास्ता रोका। रास्ते में जाम था तो गाड़ियां धीरे-धीरे बढ़ रही थी, गाड़ी से दो लड़के निकले और गाली-गलौज शुरू कर दी।
इतना ही नहीं दबंग युवकों ने गाड़ी से उतरने की धमकी दी। ड्राइवर ने गाड़ी आगे बढ़ाई तो वो दोनों युवक अक्रोषित हो गए और गाड़ी को रोकने के उद्देश्य से गाड़ी पर हमला करने लगे। गाड़ी से बाहर उतरने की धमकी देने लगे, गाड़ी आगे न बढ़ सके, इसलिए अपनी गाड़ी को सामने लगा दिया और जब गाड़ी के शीशे नहीं खोले और बाहर नहीं उतरे तो दोनों आपा खो बैठे। जान से मारने की नीयत से कार पर ईंट से हमला कर दिया। इससे गाड़ी के शीशे टूट गए और गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। बहुत मुश्किल से महिला जज ने गाड़ी आगे बढ़वाइ और अपनी जान बचाकर वहां से भाग निकले फिर सचेंडी थाने पहुंचकर घटना की सूचना दी और रिपोर्ट दर्ज कराई।
पकड़े गए दोनो आरोपियों सिद्धांत सिंह और आशीष कुमार ने पुलिस को पूछताछ में बताया, 28 सितंबर की रात को वे अपनी गाड़ी से कानपुर से गुड़गांव जा रहे थे। दोनों दोस्त बीयर पीते हुए नशे में गाड़ी चला रहे थे। बीयर पीने के चलते काफी नशा हो गया था। सचेंडी के पास हाईवे पर जज लिखी गाड़ी में जाम लगने के दौरान ओवरटेक करने को लेकर कहासुनी हो गई थी। इससे गुस्से में आए दोनों युवकों ने महिला जज के भाई और ड्राइवर से गाली-गलौज करते हुए खींचने का प्रयास किया। इसके बाद ईंट मारकर कार का शीशा तोड़ दिया और भाग निकले थे।
डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार सिंह ने बताया जज की कार पर हमला करने वाले दोनों आरोपियों को गुड़गांव से गिरफ्तार कर लिया गया है। टोल से गाड़ी चालकों का सीसीटीवी फुटेज और गाड़ी नंबर मिल गया था। इसी आधार पर दोनों की पहचान हुई। आरोपियों में केशव नगर के कांति विला अपार्टमेंट में रहने वाले सिद्धांत सिंह और मिनी एलआईजी जरौली फेज-1 थाना बर्रा के रहने वाले आशीष कुमार शामिल है। जांच में पता चला कि गाड़ी गुड़गांव के पते पर रजिस्टर्ड है। दोनों कानपुर के रहने वाले हैं, लेकिन गुड़गांव में रहकर जॉब करते हैं। दोनों को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया गया है। दोनों आरोपियों की गाड़ी को भी बरामद करके सीज कर दिया गया है।