आ स. संवाददाता
कानपुर। प्रयागराज में महाकुम्भ के आयोजन पर कानपुर के थोक कपड़ा बाजार में तेजी से उछाल आया है। प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में कैंप तैयार करने से लेकर सर्दी से बचने व साधु संतों को दानपुण्य करने के लिए कंबल, गेरुए वस्त्र, मफलर, टोपी, चादर, रजाई, गद्दे समेत करीब 200 करोड़ का कारोबार हो चुका है।
वहीं आगामी समय में होने वाले शाही स्नानो को लेकर भी काफी कारोबार हो रहा है। कानपुर कपड़ा कमेटी की माने तो महाकुंभ में कपड़ा बाजार में 400 करोड़ से अधिक का कारोबार होगा।
कानपुर कपड़ा कमेटी के प्रधान सचिव नवीन कुमार नेवटिया ने बताया कि कानपुर में करीब 5 हजार कपड़े की दुकानें है। महाकुंभ में तैयार होने वाले पंडालों में कानपुर थोक बाजार से करीब 4 करोड़ रुपये का 7 लाख मीटर कपड़ा भेजा गया है। साथ ही रजाई, गद्दों को तैयार करने में भी कानपुर से कपड़ों की सप्लाई की गई है।
साथ ही महाकुंभ में शाही स्नान में दान पुण्य के मद्देनजर काफी संख्या में कंबल, मफलर, जैकेट, टोपी की डिमांड है। नवीन के मुताबिक महाकुंभ में आए साधु संतों को सम्मानित करने के लिए गेरुए वस्त्र की भारी डिमांड हो रही है। जिसमें 20 से 40 रुपये मीटर के पॉलिस्टर व 50 से 70 रुपये के कॉटन के गेरुए वस्त्र का करीब 2.5 लाख मीटर कपड़ा महाकुंभ भेजा चुका है, जिसकी लागत तकरीबन 75 लाख रुपये है।
इसके अलावा जैकेट की भी खूब मांग हो रही है, 500 रुपये रेंज तक की करीब 2000 हजार जैकेट रोजाना प्रयागराज जा रही हैं। कपड़ा कारोबारी कृष्ण गुप्ता ने बताया कि भीषण ठंड में आयोजित हो रहे इस महापर्व पर कंबल की भारी डिमांड है।
100 से 150 रुपये के कंबल की करीब 2000 बड़ी गाठे व 250 रुपये के रेंज वाली करीब 500 से अधिक छोटी गांठे प्रयागराज जा चुकी हैं। इसके साथ ही रोजाना 12 से 15 हजार कंबल प्रतिदिन प्रयागराज थोक बाजार में भेजा जा रहा है। अब तक करीब 40 करोड़ का कंबल महाकुम्भ में प्रयागराज भेजा जा चुका है ।