आ. सं.
कानपुर। मौसम ने एक बार फिर से सोमवार को अपने तेवर बदल लिए पूरे दिन आसमान में अंधेरा जैसा छाया रहा , दोपहर के बाद बडी मुश्किल से सूर्य देव ने अपनी आंख खोली। लगभग 10 से 15 मिनट तक सूर्य देव ने अपने होने का अहसास दिलाया लेकिन मौसम के आगे सूर्य देव को फिर से बादलों के बीच छिप जाने के लिए विवश होना पड गया। इसके बाद तो गलन भरी हवा से लोग परेशान दिखायी दिए। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में कानपुर सबसे ठंडा शहर रहा। 15 जनवरी तक शहर में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। सीएसए विवि के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पाण्डेय ने बताया कि बारिश के बाद अब सुबह के समय कोहरा, धुन्ध छाने से कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार हैं। 15 जनवरी तक हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगे। 14 व 15 को तेज हवा एवं ओलावृष्टि के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की वर्षा होने की सम्भावना जतायी गयी है। आसमान में कोहरे की धुंध व कड़ाके कि सर्दी के चलते जनजीवन अस्तव्यस्त रहा ठंडी हवा से बढ़ी गलन से लोग बेहाल दिखायी दिए। जनपद में मौसम बार बार करावट बदल रहा है, पारा गिरने के साथ ठंडी हवा से बढ़ी गलन ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है। गलन भारी सर्दी से लोगों के साथ पशु पक्षी भी बेहाल हो रहे हैं । वहीं ठंडी हवा से मौसम और भी सर्दीला हो गया। इससे अधिकांश लोग घरों से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा सके। जरूरी काम से निकले लोग कड़ाके कि सर्दी व कोहरे की दिक्कत से जूझते हुए गंतव्य को रवाना हुए। आसमान में कोहरे की धुंध छाने से हाई-वे व प्रमुख सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी रही। घने कोहरे के कारण दृश्यता कम होने से दिल्ली हावड़ा ट्रैक पर फर्राटा भरने वाली रेल गाड़ियों की रफ्तार धीमी पड़ने से विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर ठिठुरते हुए यात्रियों ने देर से आ रही रेल गाड़ियों का इंतजार किया।शाम होने से पहले ही लोग अपने कार्य निपटाकर अपने घरों में दुबक गए।