आ स. संवाददाता
कानपुर। भारतीय क्रिकेट कन्ट्रोल बोर्ड के उपाध्यक्ष और पूर्व आईपीएल कमिश्नर अपने ही घरेलू मैदान ग्रीनपार्क में इस बार भी कोई मैच आवन्टित नही करवा सके। ये अलग बात है कि आईपीएल पूरी तरह से फ्रेन्चाइजी क्रिकेट है और उनको अपने स्टेडियम चुनने का पूरा हक होता है और वही अंतिम निर्णय लेने के अधिकारी भी होते हैं।आईपीएल के नए सत्र का शेड्यूल जारी हो गया है, जिसमें ग्रीन पार्क स्टेडियम की झोली खाली है। देश के पुराने स्टेडियमो में से एक ग्रीन पार्क को नजरअंदाज किन कारणो से किया गया है ये एक यक्ष प्रश्न है। सारी सुविधाओं के बावजूद कानपुर को एक भी मैच नहीं दिया गया है, जबकि इसी ग्रीन पार्क में बीते कई सालों से इंटरनेशनल टेस्ट मैच, वनडे मैच, टी-20 मैच के अलावा आईपीएल के मुकाबले भी खेले जा चुके हैं। इससे क्रिकेट के जानकार व समर्थक दर्शकों में थोडा रोष भी व्याप्त है।यूपी की फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपर जाइंट्स की टीम से भी उम्मीद थी कि वह लखनऊ स्थित इकाना स्टेडियम के अलावा कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम को भी अपना होमग्राउंड बनाएगी जिससे कम से कम दो मैच मिलने की पूरी उम्मीद जतायी जा रही थी। मगर फ्रेंचाइजी ने सिर्फ इकाना स्टेडियम को ही अपना होमग्राउंड बनाया है इससे कानपुर पूरी तरह खाली रह गया। इस नजरअंदाजी से क्रिकेट समर्थक काफी मायूस हैं। यह कानपुर के क्रिकेट प्रेमियों के साथ अन्याय है। दूसरे प्रदेश की फ्रेंचाइजी ने ग्रीन पार्क को अपना होमग्राउंड बनाया था और प्रदेश की फ्रेंचाइजी के नजरअंदाज करने से क्रिकेट प्रेमियों में थोडी सी निराशा अवश्य है कानपुर को मैच न मिलना मायूसी की बात है। क्रिकेट प्रेमियों को लंबे समय से इंतजार था। गौरतलब है कि 2016 व 2017 में प्रदेश से बाहर गुजरात ने यहां ग्रीनपार्क को अपना दूसरा होम ग्राउड बनाया था तो प्रदेश की राजधानी के नाम से बनायी गयी टीम ने क्यों नही। इस बार यूपी की फ्रेंचाइजी होने से दो मैच मिलने की उम्मीद थी। आईपीएल के शेड्यूल से काफी निराशा हुई है। इसके पीछे यूपीसीए के शीर्ष नेतृत्व् और पूर्व सचिव राजीव शुक्ला का नगर के प्रति उदासीन रवैया देखा जा रहा है। यहां तक की नगर से अध्यक्ष पद पर नियुक्ति पाए जेके ग्रुप के निधिपति सिंहानिया भी बोर्ड के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला से ग्रीनपार्क में मैच आवन्टित कराने के लिए किसी प्रकार का दबाव नही बना पाए।बतातें चलें कि कानपुर में मैच आवन्टित कराने के लिए संघ के संस्थापक जेके घराने को कभी भी किसी के इतना दबाव में नही देखा जा सका हे। आईपीएल के मैच मिलने में मुख्य रोल फ्रेंचाइजी का होता है। लखनऊ सुपर जाइंट्स फ्रेंचाइजी ने ग्रीन पार्क स्टेडियम को होम ग्राउंड नहीं चुना है। सिर्फ लखनऊ को होमग्राउंड चुनने के पीछे वहां दर्शकों की अधिक क्षमता और अच्छी कनेक्टिविटी है। कानपुर के खिलाड़ी, क्रिकेट के जानकार और चाहने वालों को निराशा मिली है। यूपीसीए के एक पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ये फ्रेन्चाइजी तय करती है कि उन्हे कहां पर मैच खेलना है। कोशिश की जा रही है कि ग्रीनपार्क में अन्तर्राष्ट्रीय मैचों का मिलना पूर्व की ही तरह जारी रहे। ये अलग बात है कि सफलता कब मिल सकेगी, यह कहा नही जा सकता।