February 23, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
  राजस्थान के श्रीगंगानगर के शिव भक्त प्रयागराज महाकुंभ से डाक कावड़ लेकर अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं। यह यात्रा 1200 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। भक्त 21 फरवरी को प्रयागराज से रवाना हुए और 26 फरवरी महाशिवरात्रि को प्राचीन शिवालय बाबा शुक्रनाथ जी की बगीची पहुंचेंगे।
यह चौथी डाक कावड़ यात्रा श्रीगंगानगर राजस्थान के महंत नाथ जी के मार्गदर्शन में निकाली गई है। यात्रा के दौरान शिव भक्तों में जोश और उत्साह का माहौल है। बम बम भोले और हर हर महादेव के जयकारों से पूरा वातावरण गूंज रहा है।
आचार्य शिवम शुक्ल के अनुसार, महाशिवरात्रि पर की गई पूजा, व्रत और धार्मिक यात्रा विशेष फल देती है। कावड़ यात्रा के कई प्रकार हैं, जिनमें डाक बम कावड़ सबसे विशिष्ट मानी जाती है। सामान्य कावड़िए पैदल या वाहन से यात्रा करते हैं। लेकिन डाक कावड़िए बिना रुके तेज गति से दौड़कर गंगाजल को शिव के सिद्धपीठ तक पहुंचाते हैं।
यात्रा के पहले चरण में, शिव भक्तों की टोली कानपुर के कस्बा सरसौल पहुंची। हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि को भगवान शिव की आराधना का सर्वोत्तम पर्व माना जाता है। यह त्योहार सभी मनोकामनाएं पूर्ण करने वाला माना जाता है।