
आ स. संवाददाता
कानपुर। शहर में 60 फीसदी कूड़ा ही घरों से उठ रहा है। इसका बड़ा कारण है कि डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाली कंपनियां नगर निगम द्वारा दिए गए 50 फीसदी वाहनों से ही कूड़ा उठान कर रही है। लाइव लोकेशन मॉनिटरिंग में इसका खुलासा हुआ है। कंट्रोल सेंटर में सिर्फ 50 फीसदी वाहन ही काम करते दिख रहे हैं।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. चंद्रशेखर ने बताया कि शहर में दीक्षांक और परिवर्तन दोनो कंपनियां डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का काम देख रही है। लेकिन दोनों ही कंपनियां कूड़ा उठान में लापरवाही बरत रही हैं। हाल ही में बैठक में नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने भी कंपनी संचालको पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की थी।
डा. चंद्रशेखर के मुताबिक शहर में नगर निगम की छोटी बड़ी 450 कूड़ा गाड़ियां हैं। जोन-1 और जोन -4 में 100 फीसदी घरों से कूड़ा उठान किया जा रहा है। 110 वार्डों में से 60 वार्डों में से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन किया जा रहा है।
शहर में डोर टू डोर कूड़ा उठाने की सुविधा में सबसे ज्यादा शिकायतें दीक्षांक संस्था की आ रही हैं। पिछले दिनों नगर निगम में पार्षद लक्ष्मी कोरी ने दीक्षांक कंपनी को बैन करने का मुद्दा उठाया था। अधिकारियों ने कंपनी पर दबाव तो बनाया लेकिन कंपनी सुधार नहीं कर पा रही है।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कंपनी को दो नोटिस जारी किए जा चुके हैं। तीसरा नोटिस भी जारी किया जा रहा है। कंपनी ने एक भी नोटिस का जवाब नहीं दिया है। 20 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया जा चुका है। सुधार नहीं हुआ तो कंपनियों को बेदखल कर अन्य कंपनियों को काम सौंपा जाएगा।