
संवाददाता
कानपुर। अमेठी के रहने वाले आरिफ के पास अब उसका दोस्त सारस कभी वापस नहीं जाएगा। क्योंकि अब इस मादा सारस को कानपुर जू में अपना नया नर जीवन साथी मिल गया है। अब दोनों सारस बाड़े में एक साथ रहते हैं। साथ में नृत्य भी करते हैं।
साथ ही उसकी डाइट भी बदल गई है। पहले ये सारस उबले अंडे, पके हुए चावल, खीर खाता था। डॉ. नासिर के मुताबिक धीरे-धीरे हम लोगों ने उसको बर्ड नेचर में परिवर्तित किया। अब ये मक्का, दाल, मूंगफली, पत्ता गोभी, पालक और छोटी मछलियां खाने लगा है।
ये सारस जब कानपुर प्राणि उद्यान में आया था। तब यहीं पर सबसे पहले सारस का डीएनए टेस्ट करवाया गया था। जिसमें इस सारस के मादा होने की पुष्टि हुई थी।
रेंजर मोहम्मद फिरोज खान ने बताया कि जब मादा सारस आरिफ से दूर हुई थी तो वह मायूस रहती थी। हम लोगों ने उसे ऐसे बाड़े में डाला, जिसमें पहले से एक नर सारस रहता था। अब करीब 2 साल बाद मादा सारस की न सिर्फ एक्टिविटी बदली है, बल्कि उसका रहन-सहन और खानपान भी बदल गया है।
मादा सारस की नर सारस की दोस्ती हो गई है। मादा सारस अब नृत्य करने लगी है। बाड़े में इधर-उधर दौड़ भी लगाती है। फिरोज ने बताया कि हंस और सारस अपने पूरे जीवन काल में एक ही साथी का चयन करते हैं। उन्होंने बताया कि जब ये मादा सारस आरिफ के पास घर पर रहता थी। तब ये उबले अंडे, पके हुए चावल और खीर खाती थी। मगर अब ये मक्का, दाल, मुंगफली, पत्ता गोभी, पालक और छोटी मछलियां खाने लगी है।
वन विभाग ने पक्षी की सुरक्षा के लिए अहम कदम उठाया था। इसके बाद सारस को अधिकारियों ने आरिफ के घर से लाकर कानपुर चिड़ियाघर में रखा था। जू में पहुंचने के बाद उसे एक अलग बाड़े में क्वॉरेंटाइन किया गया था।
कुछ दिनों तक प्रशासन ने उसकी सीसीटीवी कैमरे के जरिए निगरानी की। आरिफ से बिछड़ने के बाद सारस मायूस रहने लगी थी। कुछ दिनों तक जू प्रशासन ने आरिफ को सारस से मिलने की अनुमति नहीं दी थी। जब आरिफ कुछ दिनों बाद सारस से मिलने के लिए पहुंचा तो सारस उसे देखते ही झूम- झूम कर नाचने लगी।
आरिफ से बिछड़ने के बाद उसने खाना-पीना कम कर दिया था। लेकिन कुछ समय बाद उसने अब अपनी रूटीन डाइट लेनी शुरू कर दी है। अब उसने अपना एक नर जीवनसाथी बना लिया है। जिसके साथ वह काफी ज्यादा खुश है। अब वह आरिफ को भी पूरी तरह से भूल चुकी है।
उसने नॉर्मल डायट को छोड़कर जो सारस की रियल डाइट है- जैसे कि गोभी के पत्ते के अलावा कई अन्य चीजों को भी खाना शुरू कर दिया है। वह अब पूरी तरीके से स्वस्थ है। डॉक्टरों की टीम के द्वारा उसकी लगातार मॉनिटरिंग की जाती है।






