कानपुर। तीन सालों से बन्द पडी परेड से बड़े चौराहे वाली सडक पर अब अगले महीने के शुरु से वाहन सवार बेधड़क आ-जा सकेंगे। कानपुर मेट्रो बन्द पडे इस मार्ग को नवरात्रि के बीच दुर्गा पूजा से पहले खोलने की तैयारी कर रहा है। वहीं इस सडक में पडने वाले कानपुर मेट्रो के दोनों भूमिगत स्टेशनों में काम अपने अंतिम चरण में चल रहा है।मेट्रो अधिकारियों के अनुसार जल्द ही इस रूट से सभी बैरीकेडिंग को हटाने के साथ मेट्रो अपना सामान हटा लेगा। अभी यहां आंशिक रूप से रास्ता खोला गया है। वहीं, इसके आगे भी इसी वर्ष के अंत तक राहगीरों के लिये पूरी तरह से रास्ता खोल दिया जायेगा। हालांकि, चुन्नीगंज में अभी समय लग सकता है।यूपीएमआरसी ने कॉरिडोर-1 के पहले फेज के तहत आईआईटी से मोतीझील तक एलीवेटेड ट्रैक का निर्माण कराया है। इसी कॉरिडोर के दूसरे चरण में चुन्नीगंज से माल रोड होते हुए नरोना चौराहा (नयागंज मेट्रो स्टेशन) तक 4 भूमिगत मेट्रो का निर्माण चल रहा है।चुन्नीगंज को छोड़ दिया जाये तो इसके आगे परेड और बड़ा चौराहे के बीच मेट्रो का कार्य अपने अंतिम चरण में है। 2021 में शुरू हुआ यहां कार्य 2024 सितंबर के अंत में समाप्त होने की कगार पर है। टॉप-डाउन प्रणाली से तैयार भमिगत स्टेशनों में रूफ स्लैब, कॉनकोर्स लेवल, प्लेटफार्म, पटरियों का काम पूरा हो गया है।ट्रैफिक कम से कम प्रभावित हो, इसलिए परेड से बड़ा चौराहे की ओर जाने वाली सड़क से बैरिकेडिंग कम कर दी गई हैं। मेट्रो के पीआरओ निहाल पाठक ने बताया कि दुर्गा पूजा से पहले रूट को पूरी तरह से खोलने की तैयारी है। वहीं, इस वर्ष के अंत तक चुन्नीगंज से नरोना चौराहे तक पूरे रूट को खोल दिया जायेगा। पहले कॉरिडोर के प्रथम चरण में आईआईटी से मोतीझील तक अभी मेट्रो चल रही है। इसके आगे चुन्नीगंज तक मेट्रो को चलाने का ट्रायल हो चुका है और पहले कॉरिडोर में नौबस्ता तक 23 किलोमीटर में 2025 तक मेट्रो चलना शुरू हो जायेगी।