फसल नष्ट होने को लेकर किसानों में बढ़ी चिंता।
कानपुर। पहाड़ों के साथ उत्तर प्रदेश में हो रही बारिश से गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इससे नरवल तहसील के कटरी स्थित कई गांवों के खेतों में गंगा का पानी भर गया। खेतों में पानी भरने से किसानों को चिंता सताने लगी कि कहीं अधिक दिनों तक पानी टिका तो खड़ी फसल खराब हो जाएगी। हालांकि अभी गंगा खतरे के निशान से नीचे ही बह रही है, लेकिन जिस तरह से जलस्तर बढ़ रहा उससे किसान आशंकित हैं। नरवल तहसील के डोमनपुर, गौशाला, नजफगढ़ घाट सहित करीब 6-7 गांवों के कटरी के खेतों में पानी भर गया है। जिससे कटरी की फसलें डूब गई हैं। फसलें डूबने से किसानों को काफी नुकसान होने की संभावना है और किसान परेशान व चिंतित हो गये हैं। हालांकि गंगा के समीपवर्ती गांवों के लोगों से प्रशासनिक अधिकारी लगातार संपर्क कर रहे हैं और लगातार अधिकारियों द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है। गौशाला गांव निवासी किसान शोभित निषाद ने सोमवार को बताया कि गंगा का जलस्तर बढ़ने से गंगा कटरी की फसल डूब गई हैं। खेतों में अगर पानी अधिक दिनों तक भरा रहा तो फसलें पूरी तरह से खराब हो जाएंगी और किसानों को काफी नुकसान हो जाएगा। इसी गांव के अजय निषाद ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से गंगा नदी में बराबर जलस्तर की बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। इसी तरह जलस्तर बढ़ता रहा तो खेतों में जहां फसल खराब होगी तो वहीं गांव में भी पानी भरने से नुकसान होगा। गंगा का जलस्तर बढ़ने से गंगा के पास के गांव ड्योढी, किशुनपुर, नजफगढ़, डोमनपुर, जौसाहनखेड़ा, दिबियापुर और गौशाला गांव के ग्रामीण सतर्क हो गये हैं। एसडीएम ऋषभ वर्मा ने बताया कि बाढ़ जैसे हालातों से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। राजस्व विभाग की टीमों को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि गंगा किनारे बसे गांवों के लोगों से लगातार संपर्क बनाये रखें और किसी प्रकार की आपदा पर उन्हे हर संभव मदद किया जाये।