December 23, 2024

कानपुर। बीते साल रिश्वत लेते एंटी करप्शन टीम की ओर से पकडे गए राजस्व निरीक्षक को डिमोशन के बाद तैनाती अमीन के पद पर दे दी गयी है। जमीन की पैमाइश के लिए नरवल तहसील में एक साल पहले रिश्वत लेते पकड़े गए कानूनगो विष्णु स्वरूप श्रीवास्तव को बहाल करते हुए जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने राजस्व निरीक्षक पद से डिमोशन करते हुए अमीन पद पर तैनाती देने के आदेश जारी कर दिए हैं।यही नहीं निलंबन के दौरान अवशेष वेतन, भत्ता भी कर्मचारी को नहीं दिया जाएगा। दो वर्ष पहले शासन ने अमीन से पदोन्नति कर राजस्व निरीक्षक बना दिया था। तत्कालीन जिलाधिकारी ने सदर तहसील से नरवल तहसील में तैनाती दी थी।साढ़ थाना क्षेत्र के कुढ़नी निवासी अमन ने एंटी करप्शन यूनिट में शिकायत की कि कुढ़नी क्षेत्र में उनकी जमीन है। उन्होंने जमीन की पैमाइश कराने के लिए कुढ़नी क्षेत्र के कल्याणपुर निवासी कानूनगो विष्णु स्वरूप श्रीवास्तव से संपर्क किया। पहले तो कानूनगो उसे टालते रहे। बाद में 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। इससे परेशान अमन ने एंटी करप्शन में शिकायत की। अधिकारियों ने पहले जांच की। इसके बाद जाल बिछाया। कानूनगो को रुपए लेते ही एंटी करप्शन टीम ने उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार किया। वहीं जिलाधिकारी ने अपने स्तर से एसीएम-6 को जांच अधिकारी नामित किया था।जांच रिपोर्ट में सामने आया कि राजस्व निरीक्षण ने मौके पर जांच तक नहीं की। कोई जांच आख्या भी प्रस्तुत नहीं की गई। यानी लगाए गए आरोप पूरी तरह सही निकले।डीएम ने जांच रिपोर्ट के आधार पर सोमवार को बहाली करते हुए राजस्व निरीक्षण को मूल पद अमीन संग्रह पद पर तैनात करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि किस तहसील में तैनात किया जाएगा ये अभी तय नही हो सका है। मामले में डीएम राकेश कुमार सिंह ने बताया कि अधिकारियों की जांच में आरोप सही पाए गए थे। भ्रष्टाचार के आरोपी को बहाल करते हुए पदोन्नति निरस्त कर मूल पद अमीन संग्रह पर तैनाती के आदेश दिए हैं।