कानपुर। लालालाजपत राय चिकित्सालय के अन्दर बने जन औषधि केन्द्र पर प्राचार्य डॉ. संजय काला ने छापेमारी की तो दुकान के अन्दर लगभग सभी दवाएं महंगी और बाहर की मिली कोई भी दवा जेनरिक नही मिली जिसके लिए उन्हें मेडिकल स्टोर आंवटित हुआ था। प्राचार्य ने दुकान की विडियोफोटोग्राफी करवा कर पुलिस को सूचना दी और दुकान को सीज करवा दिया।जन औषधि केन्द्र जो कि भारत सरकार ने जेनरिक दवाओं को बढ़ावा देने और गरीब आमजनमानस को राहत देने के लिए अस्पतालो और अन्य स्थान पर जन औषधि केन्द्र खोला गया था, लेकिन जन औषधि केन्द्र पर बाहर की दवाएं बेची जा रही थी। गौरतलब है कि हैलट अस्पताल में एक मरीज रानू (काल्पनिक नाम) दिखाने गया और उसे डाक्टर ने दवा लिखी तो वह जन औषधि केन्द्र पर पहुंच गया। जब दवाएं ली तो वह बाहर की निकली और महंगी मिली। जिस पर उसने प्राचार्य डॉ संजय काला से शिकायत की। प्राचार्य ने मामले को संज्ञान लेते हुए तुंरत ही जन औषधि केन्द्र की दुकान पर छापेमारी की तो सच्चाई सामने आ गई। सभी दवाएं बाहर की और महंगी वाली मिली। प्राचार्य ने मेडिकल स्टोर के मैनेजर पुष्कर दीक्षित को कडी फटकार लगाते हुए पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दुकान से दवाएं जब्त करते हुए उसे सील कर दिया। वहीं प्राचार्य प्रो. डॉ संजय काला ने बताया कि उन्हें काफी दिनो से जन औषधि केन्द्र में बाहर की दवाएं मिलने की सूचना मिल रही थी। इस बार पीड़ित खुद प्राचार्य के पास पहुंच गया और सारा राज दुकान कर खुल कर सामने आ गया। दुकान की वीडियो फोटोग्राफी करा उसे बंद करवा दिया गया।