आ स. संवाददाता
कानपुर। रविवार से कानपुर शहर में क्रिकेट की नई परिपाटी का आगाज़ हो गया।अब उदीयमान क्रिकेटर्स अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने के लिए एक कदम आगे बढ़ते जाएंगे।ये सब मुनासिब हुआ है कानपुर क्रिकेट को नई बुलंदियों को छूने की सोच रखने वाले कानपुर क्रिकेट एसोसिएशन के चेयरमैन डॉ संजय कपूर की मेहनत से। उन्होंने स्थानीय स्तर के क्रिकेटरों को बुलंदियों पर जाने के लिए मानो लिफ्ट प्रदान कर दी हो। लगभग डेढ़ दशक पहले कानपुर क्रिकेट की कमान संभालने वाले डॉ कपूर ने यहां के क्रिकेट को नया आयाम कानपुर क्रिकेट प्रीमियर लीग के रूप में गढ़ के दिखा दिया है।कानपुर की तंग गलियों में क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों ने कभी ये सोचा भी नहीं होगा कि उनको बोर्ड ट्रॉफी खिलाड़ियों के साथ खेलने और ड्रेसिंग रूम साझा करने का अवसर भी मिल सकेगा।यही नहीं डॉ कपूर की पहल पर यहां के स्थानीय खिलाड़ी स्पोर्ट्स चैनल पर खेलते भी देखे जा सकेंगे। कानपुर क्रिकेट प्रीमियर लीग स्थानीय स्तर के क्रिकेटरों के लिए एक नया मंच तैयार कर दिया गया है ।रविवार को जब शहर में आधिकारिक रूप से खिलाड़ियों के लिए पहली बार नीलामी की प्रक्रिया शुरू की गई तो नहीं परिपाटी का आगाज हो गया। माना यह जा रहा है कि कानपुर क्रिकेट का यह मंच प्रदेश और देश के लिए नई पौध पैदा कर सकेगा। शहर में पहली बार कानपुर क्रिकेट एसोसिएशन में पंजीकृत बिना खिलाड़ी अब अपनी नई पहचान के साथ कानपुर क्रिकेट प्रीमियर लीग की टीमों में शिरकत करते देखा जा सकेगा। कानपुर क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ संजय कपूर ने बताया कि बीते कई सालों से उनके मस्तिष्क में कानपुर क्रिकेट को नई बुलंदियों पर पहुंचने के लिए विचार आ रहे थे। जिस पर उनको कानपुर क्रिकेट प्रीमियर लीग का मंच सबसे बेहतर उपाय दिखा ।जिस पर अमल करते हुए उन्होंने कानपुर करके प्रीमियर लीग को नए कलेवर और नए अंदाज में सबके सामने पेश कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि इस क्रिकेट लीग से प्रदेश ही नहीं देश को भी नए खिलाड़ी मिल सकेंगे।