
आ स. संवाददाता
कानपुर। होली के त्योहार और रमजान के महीने को देखते हुए शहर में खुदाई पर रोक लगा दी गई है। वहीं जहां खुदाई पहले से हो रही है, वहां सुरक्षा की दृष्टि से बैरिकेडिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। नगर निगम के मुख्य अभियंता सैय्यद जैदी ने बताया कि जरूरत पड़ने पर ही खुदाई की जाएगी। संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं।
कानपुर में करीब 400 स्थानों पर होलिका दहन के बड़े आयोजन होते हैं। इसको लेकर नगर निगम ने सड़कों को बचाने के लिए उन स्थानों पर मलबा और मिट्टी डालना शुरू कर दिया है। इसके ऊपर ही होलिका सजाने के लिए आयोजनकर्ताओं को निर्देश दिए गए हैं।
होलिका की आग में सड़क जलकर उखड़ जाती है। इस समस्या से निपटने को नगर निगम सभी होलिका दहन स्थलों पर मलबा, मिट्टी, ईंट और बालू बिछवा रहा है। नगर निगम ने होलिका वाले स्थानों को जोनवार चिह्नित करके सूची बनाने का कार्य शुरू कर दिया है।
इस बार 13 मार्च को होलिका दहन होगा। शहर में बसंत पंचमी से लोग कई इलाकों में होलिका दहन के स्थान पर लकड़ी रखने लगते हैं। ग्वालटोली, सर्वोदय नगर, आर्य नगर, परमट समेत कई इलाकों में होलिका दहन के लिए लकड़ी रखी जाने लगी है। कई जगह तो सौ मीटर दूरी पर ही तीन-तीन जगह होलिका दहन होता है।
प्रतिवर्ष कुछ मोहल्लों में होली जलाने के स्थान भी बढ़ जाते हैं। इसको देखते हुए नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने नगर निगम अभियंत्रण विभाग को कड़े निर्देश दिए हैं कि होलिका दहन वाले स्थानों पर मिट्टी, बालू बिछाकर सड़कों को बचाया जाए।