
आ स. संवाददाता
कानपुर। नगर निगम ने हाउस टैक्स के बड़े बकायेदारों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बड़े बकायेदारो के मकानो को सील किया जा रहा है।
फाइनेंशियल ईयर क्लोजिंग से पहले ही नगर निगम ने हाउस टैक्स वसूली पर कड़े कदम उठाना शुरू कर दिए हैं। पहली बार नगर निगम ने 800 करोड़ रुपए वसूली का लक्ष्य रखा है। इसको लेकर अब जोनल स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। बड़े बकायेदारों पर शिकंजा कसा जा रहा है।
नगर निगम की टीम ने जोन-5 में लगभग 3 करोड़ राजस्व की वसूली की गई। वार्ड-57 स्वराज नगर पनकी में एक भवन पर 3,45,830 रुपए बकाया होने पर भवन सील कर दिया गया था। मौके पर 2 लाख रुपए जमा करने पर सील को खोला गया। वार्ड-72 दबौली में 3 भवनों से 3,44,605 व 1,98,867 एवं 2,44,935 रुपए वसूली की गई।
नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने बताया कि कानपुर नगर निगम सीमा में करीब डेढ़ लाख मकान ऐसे चिह्नित हुए हैं जिनसे हाउस टैक्स नहीं मिल रहा है। नोटिस भेजने के साथ ही गलत बिलों को भी जोनवार ठीक किया जा रहा है।
पिछले वित्तीय वर्ष में नगर निगम का वसूली लक्ष्य 414 करोड़ रुपये था, इसमें 389 करोड़ रुपये की आय हुई है। जल व सीवर कर से 525 करोड़ रुपये की आय हुई थी।
इस बार अभी तक 550 करोड़ की वसूली हो चुकी है, तो 800 करोड़ रुपए वसूली का लक्ष्य रखा गया है। नगर आयुक्त के मुताबिक जोनल प्रभारियों को आदेश दिया गया है कि नए भवनों के स्वामियों को नोटिस दी जाए और छूटे भवनों को चिह्नित किया जाए। पहले आवासीय और बाद में व्यवसायिक निर्माणों को चिह्नित किया जा रहा है।
तीन हजार बकाएदारों को नोटिस भेजी जा रही है। इन पर कुल 30 करोड़ रुपये बकाया है। एक सप्ताह बाद कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि जोनवार नोटिस दी जा रही है। इसके बाद जोनवार कुर्की की कार्रवाई शुरू की जाएगी। प्रभावी वसूली न करने वाले राजस्व निरीक्षकों पर भी कार्रवाई होगी।