July 14, 2025

संवाददाता

कानपुर। लगातार बादलों के बाद भी अच्छी बारिश नहीं हो रही है। समय से पहले आए मानसून के तेवर फिलहाल ढीले पड़ गए हैं। प्रदेश के कुछ ही जिलों में अच्छी बारिश हुई, लेकिन शेष जिले झमाझम बरसात के लिए तरसते रहे। पॉकेट रेन ने भी बारिश की लय ताल बिगाड़ी। बीते दिन शहर के एक छोटे से पॉकेट में मात्र 0.6 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। बुधवार को भी आसमान में सुबह से बादल छाए रहे ।
मौसम विभाग के अनुसार बारिश का यलो अलर्ट बुधवार को भी जारी रहा। मानसून का प्रवेश प्रदेश में 17 जून को मध्य प्रदेश के रास्ते हो गया था। धीरे-धीरे मानसून गति के साथ बिहार के रास्ते प्रवेश कर पूरे यूपी में छा गया। शुरुआती चरण में तो पूर्वी और पश्चिमी उ. प्र.के कुछ जिलों में अच्छी बारिश हुई लेकिन जैसे ही टर्फ लाइन ऊपर की ओर चली गई,वैसे ही वर्षा में कमी आ गई।
दिन-रात के तापमान में उतार-चढ़ाव लगातार बना हुआ है। अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री रहा। जो कल के मुकाबले 3.1 डिग्री अधिक है। न्यूनतम पारा 26.2 डिग्री रहा। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि मानसून तो सक्रिय है लेकिन टर्फ लाइन खिसकने से बारिश नहीं हो रही है।
मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में 25 जून को एक नया सिस्टम विकसित होगा, जो मानसून को उत्तर भारत में आगे बढ़ाएगा। यह सिस्टम गंगा के मैदानी राज्यों में भारी बारिश लाएगा। 8 जुलाई से पहले मानसून पूरे देश को कवर कर सकता है।
बंगाल की खाड़ी में बनने वाले चक्रवातीय परिसंचरण और निम्न दबाव के क्षेत्र ही मानसून को गति देने वाले मुख्य सिस्टम होते हैं। हाल ही में जो सिस्टम बना था, वह पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ होते हुए पूर्व और मध्य उत्तर प्रदेश में जाकर कमजोर पड़ा।
इस सिस्टम से जुड़ा चक्रवातीय घेरा अब भी मध्यम स्तर तक सक्रिय है और यही कारण है कि इन क्षेत्रों में मानसून फिलहाल सक्रिय बना हुआ है।