July 31, 2025

संवाददाता

कानपुर।  मानसिक स्वास्थ्य ठीक होने के कारण मध्य प्रदेश रतलाम से 80 वर्षीय बुजुर्ग ट्रेन में बैठकर कानपुर आ गए। यहां पर वह स्वरूप नगर में सड़क किनारे भूख और प्यास से तड़प रहे थे।
एक समाज सेवी तरनजीत सिंह ने उन्हें जिला अस्पताल उर्सला में भर्ती करा दिया। यहां पर उनका पूरा उपचार चला। इसके बाद उन्होंने बुजुर्ग के घर वालों को खोजना शुरू किया और दो दिन के अंदर बुजुर्ग को उसके परिवार के लोगों से मिलवा दिया।
गुमटी नंबर 5 निवासी समाज सेवी तरनजीत सिंह ने बताया स्वरूप नगर निवासी एक महिला अंशु श्रीवास्तव का फोन आया कि ओबरॉय पेट्रोल पंप के पीछे एक वृद्ध पड़ा तड़प रहा है उसे इलाज की जरूरत है।
इतना सुनने के बात तरनजीत मौके पर पहुंचे और उसे एबुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल उर्सला में भर्ती कराया। पूछताछ में वृद्ध ने अपना नाम नागूलाल बताया और खुद को रतलाम का निवासी बताया। इसके अलावा कुछ भी बता पाने में वो असमर्थ थे।
बुजुर्ग को उर्सला अस्पताल में भर्ती कराने के बाद तरनजीत सिंह ने मध्य प्रदेश के पुलिस कंट्रोल रूम में संपर्क किया। वहां से उनका रतलाम पुलिस से संपर्क कराया गया। तरनजीत ने बताया कि रतलाम पुलिस से मेरी बात हुई, इसके बाद रतलाम पुलिस ने बुजुर्ग के परिवार को खोजकर मेरी उनसे बात कराई।
तरनजीत सिंह ने बताया कि परिवार से बात होने के बाद  परिवार रतलाम से कानपुर के लिए निकल लिया। इधर बुजुर्ग नागूलाल बिना किसी को बताए अस्पताल से फिर गायब हो गए।
तरनजीत सिंह का आरोप है कि शिकायत लेकर जब वह कोतवाली पुलिस के पास पहुंचे तो कोई मदद नहीं मिली। इसके बाद मैंने खुद खोजना शुरू किया तो करीब 4 घंटे बाद दादा बड़ा चौराहे के पास भार्गव हॉस्पिटल के पीछे पड़े मिले। उन्हें फिर से वहां से उठाकर वापस भर्ती कराया।
तरनजीत ने बताया कि नागूलाल के बेटे धन्ना लाला और पौत्र मनोज कानपुर आने में डर रहे थे कि कही पुलिस उन्हें पकड़ न ले। काफी समझाने के बाद वो लोग आने को तैयार हुए। पूरा परिवार कानपुर आया। इसके बाद लिखा पढ़ी करने के बाद बुजुर्ग पिता को बेटे के हाथों सौंपा गया।
तरनजीत सिंह अभी तक करीब 15 से 20 ऐसे लोगों को अपने परिवार से मिला चुके है, जो अपने घर से बिछड़ कर किसी न किसी कारण से दूसरे शहर पहुंच गए हो। उन्होंने बिहार, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, राजस्थान, मध्य प्रदेश राज्यों में परिवारों को खोज करके लोगों को अपने परिवार से मिलाया है।